Prophet Musa: जॉर्डन में जिस जगह यहूदी हज करते हैं वहां हजरत मूसा की लाठी बनाई गई है, जिस पर सांप लिपटा हुआ है. आखिर इस सांप के लिपटने का क्या मतलब है और इसे दिखाकर क्या बताने की कोशिश की जा रही है. आइये जानते हैं.
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Prophet Musa: जॉर्डन के Mount Nebo में हज़रत मूसा (अ.स) की लाठी बनाई हुई है, खास बात ये है कि इस लाठी में सांप लिपटा हुआ है और लाठी के ऊपरी हिस्से पर सांप का फन बना हुआ है. ये असल में लाठी नहीं है, यह एक पहाड़ पर आर्टिस्ट के जरिए बनाया गया आर्ट है. हालांकि, इसके ऊपर सांप बना होना भी महज सिर्फ आर्ट नहीं है, बल्कि इसका इस्लामिक तारीख में एक पूरा किस्सा है.
Mount Nebo वह जगह है जहां यहूदी हज करने के लिए आते हैं. इस लाठी को एक इटैलियन आर्टिस्ट ने बनाया है. इस जगह में हजरत मूसा के जमाने की कई चीजें रखी हैं. यहूदी भी हज़रत मूसा को पैगंबर मानते हैं और इन्हें अंग्रेजी में Moses कहते हैं, जबकि मुसलमान मूसा को अपना पैगम्बर मानते हैं.
जब मूसा (अ.स) 'बनी इस्राइल' (एक कौम) के साथ इस पहाड़ के करीब थे तो अल्लाह ने हुक्म दिया कि मूसा अपनी कौम के साथ बैतुल मुकद्दस जाओ. जब पैगंबर ने बनी इस्राइल से ऐसा करने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया और कहा कि वहां काफी लहीम, शहीम और ताकतवर लोग रहते हैं और हम उनसे नहीं लड़ पाएंगे. तब उस वक़्त सिर्फ, दो लोगों ने ही जाने के लिए हामी भरी थी.
इसके बाद इस कौम ने गुस्ताखी की और कहा कि तुम (मूसा) और तुम्हारा रब हमें इस कौम से निजात दिलाओ, हम नहीं लड़ पाएंगे. बनी इस्राइल की इस हरकत से अल्लाह ताअला नाराज हो गए और 40 साल के लिए फिलिस्तीन को हराम कर दिया.
रिवायत है कि इस दौरान अल्लाह ने इस कौम पर सांपों का आजाब भी भेजा. जब मूसा (अ.स) ने खुदा से मदद मांगी तो अल्लाह ने निजात दिलाने के लिए कहा कि आप सांप को अपनी लाठी पर इस तरह लपेट कर लटका लो और जो इसे देखेगा उसे निजात मिलेगी. रिवायत ये भी है जब दूसरे सांप इस सांप को ऐसे देखते तो वहां से भाग जाते. यही वजह है इस जगह पर इस तरह लाठी पर सांप को लपेटा हुआ दिखाया गया है.
ऐसा कहा जाता है कि बनी इस्राइल बड़ी ही नाफरमान कौम थी. अल्लाह ने हजरत मूसा के जरिए उन्हें फिरौन के चंगुल से आजाद किया और उन्हें बैतुल मुकद्दस के लिए लेकर निकले. इस दौरान बनी इस्राइल ने कई बार नाफरमानी की. अल्लाह उनपर मन्ना-सलवा और कई और तरह से रहमत बरसाता रहा. उन्हें फिरौन की फौज से दरया को चीरकर बचाया. लेकिन, मूसा (अ.स) के फौत होने तक भी नाफरमानियों करते रहे.
इसके साथ ही कुरान में कई जगहों पर हज़रत मूसा और उनकी लाठी की करामात का जिक्र किया गया है. एक बार अल्लाह ताअला से हजरत मूसा बात कर रहे थे. इस दौरान खुदा ने हुक्म दिया कि मूसा अपनी लाठी को जमीन पर फेंको, पैगंबर ने अल्लाह का हुक्म माना और जमीन पर गिरते ही लाठी सांप बन गई और फिर जैसे ही उन्होंने इसे उठाया तो वह लाठी बन गई. खुदा ने हुक्म दिया कि ये करामात फिरौन (उस वक्त का क्रूर राजा जो अपने आप को खुदा मानता था और जुल्म करता था) को दिखाओ.
मूसा (अ.स) ने जब फिरौन को ये दिखाया तो वह बोला कि एक दिन तय कर लो और मैं जादूगरों को बुलाऊंगा. एक दिन तय हुआ और जादूगरों ने सबके सामने अपनी रस्सी फेंकी तो वे सांप बन गए. मूसा (अ.स) घबरा गए और अल्लाह ने कहा कि तुम घबराओ मत मूसा, तुम्हारे साथ अल्लाह है. इसके बाद हजरत मूसा ने अपनी लाठी जमीन पर डाली तो वह अजगर बन गया. इसे देखकर जादूगर समझ गए कि ये कोई जादू नहीं है और सजदे में गिर गए और कहने लगे कि ऐ मूसा हम तेरे रब पर ईमान लाते हैं.
Disclaimer: ये स्टोरी इस्लामिक और यहूदी मान्यताओं और मिथ्य की बुनियाद पर लिखी गई है. लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि अलग-अलग फिरकों और मतों में इन किस्सों को अलग-अलग तरह परिभाषित किया गया हो. सलाम टीवी किसी एक मत का समर्थन या पक्ष नहीं लेता है.