Iran Israel war: जिन दो देशों के बीच लड़ाई हो रही है वहां के शेयर बाजार में कोई खास असर नहीं है. जबकि भारत का रुख पूरी तरह से तटस्थ है . लेकिन शेयर बाजार पर सबसे ज्यादा असर हो रहा है.
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Global Share Market: ईरान-इजरायल में छिड़ी जंग ने वैश्विक बाजारों को भी हिला कर रख दिया है. कहीं बंपर तेजी देखने को मिली तो कहीं निवेशकों के बीच डर और सन्नाटे का माहौल है. 13 जून को ईरान पर इजरायल ने हमला किया. 14 जून को इजरायल का तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज बंद था. लेकिन 15 जून को बाजार जब खुला तो इजरायल का शेयर बाजार शुरुआत में 5 फीसदी से ज्यादा गिरा, लेकिन बाद में हरे निशान पर बंद हुआ.
इसके बाद 21 जून को जब अमेरिका ने ईरान पर हमला किया. इसके बाद रविवार यानी 22 जून को तेल अवीव स्टॉक एक्सजेंज में 7 प्रतिशत (7.54) से ज्यादा की तेजी देखने को मिली. यानी ईरान-इजरायल में अमेरिका की एंट्री से इजरायल के निवेशक खुश हो गए.
हालांकि आज 23 जून को इजरायल के शेयर बाजार में करीब 5 फीसदी (5.85) की गिरावट आई है. 13 जून को हमला से लेकर 23 जून के बीच यानी बीते 10 दिनों इजरायल का शेयर बाजार 450 अंक यानी 7 फीसदी से ज्यादा चढ़ चुका है.
ईरान-इजरायल के शेयर बाजार में तेजी
अब अगर ईरान का शेयर बाजार को देखें तो बीते 10 दिनों में ईरान का शेयर बाजार 134 अंक यानी 5 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है. यानी जिन दो देशों के बीच लड़ाई हो रही है वहां के शेयर बाजार में कोई खास असर नहीं है. हालांकि, यह जाना बहुत जरूरी हो जाता है कि दोनों देश का शेयर बाजार बहुत बड़ा नहीं है.
अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो चुका है जबकि भारत का रुख पूरी तरह से तटस्थ है . लेकिन इन दोनों देश की शेयर बाजार पर सबसे ज्यादा असर हो रहा है.
बीते 10 दिनों में अमेरिकी शेयर बाजार का डाओ जोंस 645 अंक लुढ़क चुका है. जबकि भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्स बीते 10 दिनों में कुल मिलाकर 619 अंक गिर चुका है. अगर कच्चे तेल में और तेजी आती है तो भारतीय बाजारों पर ज्यादा निगेटिव असर होगा.