Rajasthan Politics: ब्राह्मण CM, राजपूत-दलित डिप्टी CM और सिंधी स्पीकर, सरकार के साथ BJP ने कैसे साधा लोकसभा चुनाव
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Rajasthan Politics: ब्राह्मण CM, राजपूत-दलित डिप्टी CM और सिंधी स्पीकर, सरकार के साथ BJP ने कैसे साधा लोकसभा चुनाव

Rajasthan: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को नेता के तौर पर चुन लिया गया. दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा की गई है. भाजपा के वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी राजस्थान विधानसभा में स्पीकर बनेंगे.

Rajasthan Politics: ब्राह्मण CM, राजपूत-दलित डिप्टी CM और सिंधी स्पीकर, सरकार के साथ BJP ने कैसे साधा लोकसभा चुनाव

Loksabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में भी सबको चौंकाते हुए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया है. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को नेता के तौर पर चुन लिया गया. दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा की गई है. भाजपा के वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी राजस्थान विधानसभा में स्पीकर बनेंगे. पर्यवेक्षक के तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने नए सीएम और डिप्टी सीएम के नाम को सबके सामने रखा. इसके साथ ही भाजपा ने प्रदेश में लोकसभा चुनाव-2024 की बिसात बिछा दी है. राजस्थान में बतौर मुख्यमंत्री ब्राह्मण चेहरा और दो डिप्टी सीएम के रूप में राजपूत समुदाय से दीया कुमारी और दलित समुदाय से प्रेमचंद बैरवा के साथ ही सिंधी समाज के वासुदेव देवनानी को स्पीकर बनाए जाने से लगभग सभी समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है.

कौन हैं भजनलाल शर्मा, पहली बार के विधायक को ने क्यों बनाया मुख्यमंत्री चेहरा

नाम की घोषणा से पहले हुई भाजपा विधायक दल की बैठक के दौरान ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे. राजस्थान के होने वाले मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले हैं और राजधानी जयपुर की सांगानेर विधानसभा से पहली बार विधायक चुने गए हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने विधायक अशोक लौहाटी का टिकट काट कर भजन लाल शर्मा को अपने पारंपरिक चुनाव मैदान में उतारा था. सांगानेर में भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से हराया था. जबकि कांग्रेस की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान उन पर बाहरी होने का भी आरोप लगाया गया था. फिलहाल जयपुर के जवाहर सर्किल पर रहने वाले भजन लाल शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा संगठन दोनों के करीबी माने जाते हैं. भाजपा में प्रदेश महामंत्री के पद पर भी काम कर चुके भजनलाल शर्मा ने संघ के विभिन्न दायित्वों पर भी जमकर काम किया है. 

राजस्थान में 33 साल बाद ब्राह्मण समाज से मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम बनाने में भी बैलेंस

राजस्थान भाजपा प्रदेश मुख्यालय जयपुर में विधायक दल की बैठक में भाजपा आलाकमान द्वारा तय किए गए भजनलाल शर्मा के नाम का ऐलान किया गया. उनक नाम पर सभी विदायकों की सहमति बन गई. सूत्रों के मुताबिक संघ पृष्ठभूमि से आने वाले नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ही रखा था. इसके साथ ही राजस्थान में  33 साल बाद ब्राह्मण समुदाय से मुख्यमंत्री बनाया गया है. इससे पहले साल 1990 में हरिदेव जोशी मुख्यमंत्री बने थे. इससे पहले राजस्थान में 200 में से 199 विधानसभा सीट के लिए हुए चुनाव के नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए गए थे. भाजपा ने 115 सीट पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल किया था. नौ दिनों की गहरी बातचीत और सभी जाति, उम्र, क्षेत्र, शिक्षा, समर्पण जैसे तमाम सियासी समीकरणों को साधते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सलाह पर भाजपा ने ब्राह्मण मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ राजपूत समाज की दीया कुमारी और अनुसूचित जाति से आने वाले प्रदीप बैरवा को डिप्टी सीएम बनाकर प्रदेश में सोशल इंजीनियरिंग को बनाकर रखा है. भाजपा के सीनियर नेता सिंधी समाज के वासुदेव देवनानी को विधानसभा में स्पीकर बनाकर सम्मान देने की कोशिश की है. 

राजस्थान में भी दोहराया मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ जैसा समीकरण, तीनों राज्यों में नया नेतृत्व

इससे पहले संघ और भाजपा ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री के साथ दो-दो डिप्टी सीएम बनाने का एलान किया है. इन दोनों राज्यों में भी पार्टी ने जातिगत समीकरणों पर पूरी नजर बनाए रखी. आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में आदिवासी सीएम विष्णुदेव साय के साथ ब्राह्णाण और ओबीसी वर्ग से डिप्टी सीएम, ओबीसी बहुल मध्य प्रदेश में ओबीसी मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ अनुसूचित जाति और ब्राह्णाण वर्ग से डिप्टी सीएम और राजस्थान में ब्राह्णाण वर्ग से सीएम के साथ अनुसूचित जाति और राजपूत वर्ग से डिप्टी सीएम बनाकर पूरी जातीय संतुलन बनाया गया है. तीनों राज्यों में संघ और भाजपा ने 60 साल से कम उम्र यानी नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपकर भविष्य की राजनीति की है. इन सबसे ज्यादा लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखा गया है. क्योंकि इन तीनों राज्यों से राजस्थान 25, मध्य प्रदेश में 29 और छत्तीसगढ़ में 11 सीटें हैं. इनमें भाजपा के पास तीनों राज्यों में क्रमश: 24, 28 और 9 लोकसभा सीटें हैं. भाजपा इस रिकॉर्ड को अगले चुनाव नतीजे में बढ़ाने या कम से कम बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगी.

 

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