माइग्रेन के दर्द को चुटकियों में कम कर देगी ये एक तरकीब, पानी का लेना होगा सहारा
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माइग्रेन के दर्द को चुटकियों में कम कर देगी ये एक तरकीब, पानी का लेना होगा सहारा

माइग्रेन का दर्द जब हमला करता है तो सिर बुरी तरह चकराने लगता है, ऐसे में एक घरेलू तरकीब आपके काम आपके बड़े काम आ सकती है, जिसमें पानी की मदद ली जाती है.

माइग्रेन के दर्द को चुटकियों में कम कर देगी ये एक तरकीब, पानी का लेना होगा सहारा

Migraine Relief Through Water: माइग्रेन एक तरह का गंभीर सिरदर्द है जो नॉर्मल हेडेक से काफी अलग होता है. ये एक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है जिसमें सिर के एक या दोनों हिस्सों में तेज, धड़कता हुआ दर्द होता है. ये पेन कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकता है और अक्सर इसके साथ मतली, उल्टी और रोशनी या आवाज को लेकर सेंसिटिवीट जैसे लक्षण भी होते हैं. अगर आपका सिर भी माइग्रेन की वजह से दर्द से कराहता है, तो आप घर में ही एक आसान उपाय कर सकते हैं.

पानी की मदद से माइग्रेन से राहत
मशहूर हेमेटोलॉजिस्ट और ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रवि के गुप्ता (Dr. Ravi K Gupta) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि माइग्रेन की वजह से सिर दर्द हो रहा है, तो इसके लिए पहले आधे बाल्टी में हल्का गर्म पानी ले लीजिए, फिर उसमें अपने पैरों को डुबोइए और पूरी 15 मिनट तक ऐसे ही रहें. जब कोई गर्म पानी में अपने पैर डालता है, तो सारा खून नीचे की तरफ डाइवर्ट होने लगता है. यानी सिर में जो पल्स रेट और पेन है वो धीरे-धीरे कम हो जाता है. और ये सही में काम करता है. इस प्रॉसेस के दौरान राहत पाने के लिए सिर पर ठंडा जेल पैक भी रखें. साल 2016 की एक स्टडी में लोगोंने ने 45 दिनों में माइग्रेन के दर्द से राहत महसूस किया, ये ट्रिक काफी हद तक काम करता है. 

 

 

क्यों होता है माइग्रेन?
माइग्रेन का सटीक कारण अभी पूरी तरह से क्लियर नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि ये ब्रेन में होने वाले केमिकल इम्बैलेंस, खास तौर से सेरोटोनिन के लेवल में गिरावट, और नर्व के रास्ते और ब्लड वेसेल्स में बदलाव के कारण होता है. जब माइग्रेन का अटैक आता है, तो ब्रेन में नसें फैल जाती हैं और नर्व्स स्टिमुलेट हो जाते हैं, जिससे सिर में तेज दर्द और धड़कन महसूस होती है.

कुछ कॉमन फैक्टर्स जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं उनमें स्ट्रेस, नींद की कमी या अनियमितता, हार्मोनल चेंज (खासकर महिलाओं में), कुछ फूड आइटम्स और ड्रिंक्स (जैसे चॉकलेट, पनीर, रेड वाइन, कैफीन), तेज रोशनी, तेज आवाज, मौसम में बदलाव और स्मोकिंग शामिल हैं.
 

जिंदगी बन जाती है नर्क
ये दर्द इतना तेज हो सकता है कि इसकी वजह से रोजमर्रा के काम मुश्किल हो जाते हैं. कई लोगों को दर्द से राहत पाने के लिए एक शांत और अंधेरे कमरे में लेटने की ख्वाहिश होती है. माइग्रेन से पीड़ित लोगों को अक्सर आंखों के सामने चमकती रोशनी या जिग-जैग लाइंस (जिसे ऑरा कहते हैं) भी दिखाई दे सकती हैं. 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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