चमकते सूरज को लगातार नंगी आंखों से देखेंगे तो क्या होगा? सोचकर भी कांप जाएगी रूह
Advertisement
trendingNow12743166

चमकते सूरज को लगातार नंगी आंखों से देखेंगे तो क्या होगा? सोचकर भी कांप जाएगी रूह

सूरज से हमें रोजाना पॉजिटिव एनर्जी मिलती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप इसे नंगी आखों से लगातार देखते रहें, ऐसे में आप खुद अपनी आंखों के दुश्मन बन जाएंगे.

चमकते सूरज को लगातार नंगी आंखों से देखेंगे तो क्या होगा? सोचकर भी कांप जाएगी रूह

Never look directly at the sun: सूरज को नेचर का सबसे ताकतवर क्रिएशन है, जिंदा रहने के लिए इसकी काफी जरूरत पड़ती है, लेकिन इसे लगातार नंगी आंखों से देखना आंखों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है. सूरज की किरणों में मौजूद यूवी रेज और तेज रोशनी आंखों के सेंसिटिव स्ट्रक्चक को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. आइए, जानते हैं कि सूरज को नंगी आंखों से देखने के क्या अंजाम हो सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.

1. रेटिना को नुकसान 
सूरज की तेजे रोशनी सीधे आंखों के रेटिना पर असर डालती है, जो विजन के लिए जिम्मेदार हिस्सा है. इसे 'सोलर रेटिनोपैथी' (Solar Retinopathy) कहते हैं. ये कंडीशन तब होता है जब सूरज की किरणें रेटिना के सेल्स को जला देती हैं. इसके लक्षणों में धुंधला दिखना, रंगों का फीका पड़ना, या सेंट्रल विजन का कमजोर होना शामिल है. गंभीर मामलों में ये नुकसान हमेशा के लिए हो सकता है.

2. कॉर्निया में जलन 
लंबे समय तक सूरज को देखने से कॉर्निया, जो आंख का बाहरी हिस्सा है, जल सकता है. इसे 'फोटोकेराटाइटिस' (Photokeratitis) या 'सनबर्न ऑफ द आई' (Sunburn Of The Eye) कहते हैं. इससे आंखों में तेज दर्द, रेडनेस, पानी आना और रोशनी को लेकर सेंसिटिविटी बढ़ सकती है. ये कंडीशन टेम्पोरेरी, लेकिन बहुत ही ज्यादा अनकंफर्टेबल हो सकता है.

3. मोतियाबिंद का खतरा
सूरज की यूवी किरणें लंबे वक्त तक आंखों के संपर्क में रहने से मोतियाबिंद (Cataract) का जोखिम बढ़ सकता है. ये आंखों के लेंस को धुंधला कर देता है, जिससे नजर कमजोर हो जाती है. बार-बार सूरज की रोशनी को देखते रहने से ये प्रॉब्लम जल्दी डेवलप हो सकती है.

4. मैकुलर डिजनरेशन
सूरज की किरणें मैकुला, रेटिना का वो हिस्सा जो शार्प विजन के लिए जिम्मेदार है, उसको नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे मैकुलर डिजनरेशन हो सकता है, जो उम्र बढ़ने के साथ विजन लॉस का बड़ा कारण है. सूरज को बार-बार देखने से ये रिस्क बढ़ जाता है.

5. अस्थायी अंधापन या नजरों का कमजोर होना
कभी-कभी सूरज को देखने से तुरंत धब्बे दिखाई दे सकते हैं या दृष्टि धुंधली हो सकती है। यह अस्थायी हो सकता है, लेकिन बार-बार ऐसा करने से स्थायी क्षति हो सकती है।
बचाव के उपाय

बचने के लिए क्या करें?
सूरज को नंगी आंखों से देखने से हर हाल बचें, खासकर सूर्य ग्रहण के दौरान. यूवी प्रोटेक्शन वाले धूप के चश्मे पहनें और बच्चों को सूरज की ओर देखने से रोकें. अगर आपको आंखों में कोई परेशानी महसूस हो, तो तुरंत ऑप्थेल्मोलॉजिस्ट के पास जाएं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

TAGS

Trending news

;