Babubarhi Vidhan Sabha Seat: बाबूबरही में जिसने साध लिया जातीय अंकगणित, वहीं बन गया टॉपर, देखें अबतक का इतिहास
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Babubarhi Vidhan Sabha Seat: बाबूबरही में जिसने साध लिया जातीय अंकगणित, वहीं बन गया टॉपर, देखें अबतक का इतिहास

Babubarhi Vidhan Sabha Chunav: बाबूबरही विधानसभा सीट पर पिछले कई चुनावों से यहां से राजद और जेडीयू के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलता रहा है. पिछले चुनाव में एनडीए समर्थित जेडीयू की मीणा कुमारी को 77,367 वोट मिले थे, वहीं महागठबंधन से राजद प्रत्याशी उमाकांत यादव ने 65,879 वोट हासिल किए थे.

बाबूबरही विधानसभा सीट
बाबूबरही विधानसभा सीट

Babubarhi Assembly Seat Profile: बिहार के मधुबनी जिले की बाबूबरही विधानसभा सीट हमेशा से सियासी गलियारे में चर्चित रही है. इस सीट के अंतर्गत बाबूबरही प्रखंड की 20, लदनिया की 15 तथा खजौली की सात पंचायतें आती हैं. बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र बिहार के उत्तर-पूर्वी भाग में आता है और नेपाल की सीमा के निकट स्थित है. कुछ हिस्सों में यहां बागमती और कमला नदियों की बाढ़ एक बड़ी समस्या बनी रहती है. हर साल बाढ़ से फसलें नष्ट होती हैं और गांव के गांव जलमग्न हो जाते हैं. यहां की अधिकतर आबादी ग्रामीण है और मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर करती है. लिहाजा, बाढ़ इस क्षेत्र की जनता के लिए सबसे बड़ी समस्या है.

सियासी इतिहास

यह सीट 1957 में अस्तित्व में आई और तब से यह क्षेत्र बिहार की राजनीति में एक अहम भूमिका निभाता आ रहा है. शुरूआती वर्षों में यहां समाजवादी विचारधारा का दबदबा रहा, जिसमें देव नारायण यादव एक प्रमुख चेहरा रहे. उन्होंने इस सीट से कई बार जीत हासिल की और 1990, 1995 और 2000 में लगातार निर्वाचित हुए. वे लंबे समय तक विधानसभा अध्यक्ष भी रहे. वहीं पिछले कई चुनावों से यहां से राजद और जेडीयू के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलता रहा है. पिछली बार जेडीयू की तरफ से मीना कामत को टिकट दिया गया, जो पूर्व मंत्री और जेडीयू के दिवंगत नेता कपिलदेव कामत की बहू है. वहीं RJD ने उमाकांत यादव को मैदान में उतारा था, लेकिन मीना कामत ने जीत दर्ज की थी. इस बार प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज भी मैदान में होगी. जन सुराज कैंडिडेट मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकता है.

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कौन कब जीता?

  • 1957: देव नारायण यादव- जनता दल 
  • 1977: देव नारायण यादव- जनता दल
  • 1980: महेंद्र नारायण झा- कांग्रेस
  • 1985: गुणानंद झा- कांग्रेस
  • 1990: देव नारायण यादव- जनता दल
  • 1995: देव नारायण यादव- जनता दल
  • 2000: देव नारायण यादव- आरजेडी
  • फरवरी 2005: उमाकांत यादव- आरजेडी
  • अक्टूबर 2005: कपिलदेव कामत- जेडीयू
  • 2010: उमाकांत यादव- आरजेडी
  • 2015: कपिलदेव कामत- जेडीयू
  • 2020: मीना कुमारी- जेडीयू

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जातीय समीकरण

बाबूबरही क्षेत्र में यादव मतदाताओं की बहुलता है. ये हर बार हार-जीत में निर्णायक रहे हैं. दूसरे स्थान पर कोयरी समाज के वोटर हैं. महिला वोटरों का दबदबा सबसे ज्यादा देखा गया है. साल 2010 में यहां पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस साल के विधानसभा चुनाव में जहां पुरुष मतदाता प्रतिशत 50.00 रहा वहीं महिलों का मतदाता प्रतिशत इससे कहीं अधिक 59.68 रहा. पिछले चुनाव में जेडीयू की मीणा कुमारी को 77,367 वोट मिले थे, वहीं महागठबंधन से राजद प्रत्याशी उमाकांत यादव ने 65,879 वोट हासिल किए थे. इस तरह से मीणा कामत 11,488 वोट से जीती थीं.

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