Bihar NDA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि अब वह कहीं नहीं जाने वाले, हमेशा बीजेपी के साथ रहेंगे. वक्फ बिल के पास होते ही क्लियर हो गया कि बीजेपी और जेडीयू की बॉन्डिंग पहले जैसी ही स्ट्रांग हो गई है.
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JDU Supported Waqf Board Amendment Bill: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले एनडीए ने अपनी एकजुटता का सबसे बड़ा सबूत पेश कर दिया है. केंद्र की एनडीए सरकार में शामिल दलों ने एकजुट होकर रात 2 बजे लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पास करा लिया. इस बिल पर जेडीयू और टीडीपी चट्टान की तरह बीजेपी के साथ खड़े दिखे और इस बिल का समर्थन किया. इसी के साथ राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का सपना चकनाचूर हो गया. दरअसल, लालू यादव अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पलटने का इंतजार कर रहे थे. इतना ही नहीं राजद अध्यक्ष की ओर से लगातार नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया जा रहा था, जिसे सीएम नीतीश बिना देरी के अस्वीकार कर देते थे. इसके बाद भी विपक्ष खासतौर पर राजद उम्मीदभरी निगाहों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर देख रहा था.
चुनावी साल में जेडीयू को बीजेपी से अलग करने के लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को सेक्युलरिज्म की दुहाई दी गई. वक्फ बिल के विरोध में लाने के लिए विपक्षी दलों से लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तक ने ना जाने कितने डोरे डाले, कितना दबाव बनाया, यहां तक कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन तक में नीतीश और नायडू का नाम लिखकर पोस्टर तक लगाए गए, ताकि ये बिल का विरोध कर दें. इससे भी बात नहीं बनी तो उन्हें (नीतीश-नायडू) मुसलमानों के नाराज होने का भय दिखाया गया. रमजान के दौरान सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू इफ्तार पार्टी का बायकॉट करके प्रेशर में लाने की कोशिश हुई, लेकिन विरोधियों की कोई चाल कामयाब नहीं हो सकी.
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वक्फ बिल के पास होते ही क्लियर हो गया कि बीजेपी और जेडीयू की बॉन्डिंग पहले जैसी ही स्ट्रांग हो गई है. अब फेविकोल का मजबूत जोड़ की तरह बीजेपी-जेडीयू गठबंधन फिर से हमेशा के लिए एक साथ आ चुके हैं. जेडीयू ने वक्फ बिल का समर्थन करके साबित कर दिया कि सेक्युलरिज्म की जो परिभाषा विपक्ष ने गढ़ी है, उनकी सोच उससे अलग है. लोकसभा में बिल पर चर्चा करते हुए जडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने साफ कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्ष से सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. बिहार के मुसलमानों के लिए नीतीश कुमार ने कितना काम किया है, उन्हें उनका भी उल्लेख किया. ललन सिंह ने सदन को बताया कि नीतीश कुमार ने पूरे बिहार में कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई. हर जिले में अल्पसंख्यकों के लिए आवासीय विद्यालय और कई अन्य विकास कार्य किए. इस दौरान ललन सिंह ने भागलपुर दंगों का भी जिक्र किया. राजद-कांग्रेस गठबंधन सरकार में भागलपुर में हुए दंगों में मुस्लिमों को न्याय देने का काम नीतीश कुमार ने किया था.
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