Bettiah News: बिहार के बेतिया में ज़ी मीडिया फर्जी आधार कार्ड को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है. बता दें कि वहां 4 लोगों की फेक आईडी से करीब 2 लाख फर्ज आधार कार्ड बनाए गए हैं. विस्तार से जानकारी के लिए पूरी खबर पढ़ें.
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Bettiah News: बिहार के बेतिया में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. जहां चार लोगों के फर्जी 25 आईडी कार्ड बनाकर लगभग दो लाख नकली आधारकार्ड बनाए गए हैं. बता दें कि बेतिया में बड़े पैमाने पर फर्जी आधार कार्ड बनाने का खेल हो रहा है. दरअसल, शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति आधार कार्ड बनाने वाले ऑपरेटरों के यूजर कोड हैक कर राज्य के विभिन्न जिलों में लाखों की संख्या में फर्जी आधार कार्ड बनाए गए हैं. ऐसे में इस मामले के पर्दाफाश होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक महकमों में हड़कंप मच गया है. मामले की जांच शुरू हो गई है.
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बता दें कि जिले के 18 प्रखंडों के दो-दो विद्यालयों में आधार कार्ड बनाने के लिए एजेंसी के माध्यम से आधार केंद्र खोला गया था. तकनीकी गड़बड़ी होने पर समाहरणालय स्थित एनआईसी के कर्मी सुमित कुमार ने ऑपरेटर को लैपटॉप के साथ नवंबर 2023 में अपने पास बुलाया था. इसके बाद ऑपरेटर का 10 उंगलियों का फिंगरप्रिंट और आंख का आइरिस को क्लोन कर लिया. फिर उनके आईडी से फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाए जाने का खेल शुरू हो गया. अब जब ऑपरेटर आधार कार्ड बनाते थे, तो उनका सीरियल मैच नहीं करता था. कारण की उनके लोगों से फर्जी तरीके से कई आधार कार्ड बन गए होते थे. तब ऑपरेटर को गड़बड़ी होने का संदेह हुआ.
ऑपरेटर ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के कर्मी सूर्यांश से की, लेकिन सुमित और सूर्यांश सिर्फ आश्वासन देते थे कि ठीक हो जाएगा. लंबे समय बीत जाने के बाद भी गड़बड़ी में सुधार नहीं होने पर उन्होंने इसकी शिकायत जिला शिक्षा पदाधिकारी से की. उसके बाद से साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. जिसमे एक फर्जी आधार कार्डधारी महिला को समस्तीपुर से गिरफ्तार किया गया. शिक्षा विभाग कार्यालय सिर्फ कागजों में ऊपर के अधिकारी को फर्जीवाड़ा की शिकायत करते रहे, लेकिन इस दौरान फर्जी आधार कार्ड बनता रहा.
बता दें कि बबिता कुमारी, अरविंद कुमार, पूजा कुमारी और विनय राज के चार आईडी हैककर 25 आईडी बनाए गए. जिससे लगभग दो लाख फर्जी आधार कार्ड बनाए गए हैं. इसकी जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. अब सवाल उठता है कि 2023 से हो रहे इस फर्जीवाड़े को शिक्षा विभाग कैसे नहीं जान पाया. जो दो लाख फर्जी आधार कार्ड बनाए गए हैं, वो कहां हैं, किसके-किसके फर्जी आधार कार्ड बने हैं, इसकी जांच कब होगी, यह गोरखधंधा जब चल रहा था, तो शिक्षा विभाग के अधिकारी क्या कर रहे थे? फर्जी आधारकार्ड के इस मामले ने शिक्षा विभाग का पोल खोल कर रख दिया है. सवाल यह भी है कि सिर्फ पश्चिम चंपारण में चार आईडी के 25 आईडी फर्जी बनाकर दो लाख बनाया गया है. तो और भी मामले सामने आ सकते हैं.
आधी रात को ओटीपी
आधार केंद्र प्रोजेक्ट कन्या उच्चतर विद्यालय कठैया नौतन की बबीता कुमारी ने डीएम व डीईओ को दिए गए आवेदन मे बताया है कि आधार कार्य संपादन कर केंद्र बंद हो जाने के पश्चात उनके मोबाइल नंबर पर नए आधार पंजीकरण एवं अपडेट का ओटीपी आता था. जिसकी उन्होंने मौखिक सूचना अपने सीनियर को कई बार दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया की हद तो तब हो गई, जब 4 जून 2025 को विद्यालय में बिजली कट की समस्या के कारण, उसी दिन आधार अपडेट का कोई कार्य उनके द्वारा नहीं हुआ. लेकिन ओटीपी का मैसेज उनके मोबाइल पर 16 बार आया. जिसका प्रिंट उन्होंने अधिकारियों को भी आवेदन के साथ दिया है. अब यह मामला फर्जी आधारकार्ड पर सवाल खड़े कर रहा है.
इनपुट- धनंजय द्विवेदी
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