Today Weather Forecast: मौसम वैज्ञानिक इस बार जमकर गर्मियां पड़ने की आशंका जता रहे थे. लेकिन इस बार हुई प्री-मॉनसून बारिश ने उनके सारे आकलन ध्वस्त कर दिए. इस बारिश से 30 वर्षों का रिकॉर्ड ही टूट गया. आइए जानते हैं कि अब आने वाला मौसम कैसा रहने वाला है.
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IMD Weather Forecast 3 June 2025: प्री-मानसून सीजन 2025 की शुरुआत इस बार थोड़ी धीमी रही, लेकिन इसका अंत रिकॉर्ड तोड़ बारिश के साथ हुआ. मई 2025 में सामान्य 61.4 मिमी के मुकाबले 126.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, यानी लगभग दोगुनी बारिश. इस भारी वर्षा के चलते पूरे प्री-मानसून सीजन (मार्च से मई) का कुल आंकड़ा 185.5 मिमी तक पहुँच गया, जबकि सामान्य बारिश 130.6 मिमी मानी जाती है. इसका अर्थ यह हुआ कि सीजन सामान्य से 42% अधिक बारिश के साथ समाप्त हुआ. दिलचस्प बात यह है कि मई का महीना अकेले लगभग पूरे सीजन की बारिश के बराबर रहा.
दूसरा सबसे अधिक बारिश वाला प्री-मानसून
प्राइवेट मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, साल 2025 का प्री-मानसून सीजन वर्ष 1990 के बाद सबसे अधिक बारिश वाला रहा है. इससे पहले 1990 में सबसे अधिक 210.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. हालांकि मई 2025 ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. इसके साथ ही यह 1901 के बाद का सबसे ज्यादा बारिश वाला मई बन गया है. इसने मई 1990 में दर्ज 112.9 मिमी को पीछे छोड़ते हुए 126.7 मिमी वर्षा दर्ज की.
अगर देश के मौजूदा मौसम की बात की जाए तो एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू और उत्तर पंजाब के ऊपर 3.1 किमी की ऊँचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है. इसी तरह एक ट्रफ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों पर भी सक्रिय है. एक और चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है, जबकि एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा के ऊपर सक्रिय है. एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है, जो बिहार के मध्य हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम के मध्य भागों से होकर गुजरती है.
अगले 24 घंटों में कैसा रहेगा मौसम
एजेंसी के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है. दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और उत्तर केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर तेज़ बौछारें पड़ सकती हैं. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, लक्षद्वीप और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है.
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में आज से वर्षा और गरज-चमक के साथ बारिश की गतिविधियाँ बढ़ने की संभावना है. पूर्वी गुजरात, दक्षिण छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बिखरी हुई वर्षा हो सकती है. मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और आंतरिक कर्नाटक में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है.
शाम को आएगी आंधी-बारिश
दिल्ली-एनसीआर में खराब मौसम अभी थमा नहीं है. अगले तीन दिनों तक और भी तेज़ आंधी, गरज-चमक के साथ बारिश, धूलभरी आंधी और तेज हवाओं की संभावना है. 3 जून को यह गतिविधियाँ सबसे ज्यादा प्रभावी रहेंगी, जबकि 5 जून को इसका असर कुछ हद तक बना रह सकता है.इस मौसम प्रणाली के चलते दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 2 से 4 जून तक गरज-चमक, धूलभरी आँधी और बौछारें जारी रहेंगी. अधिकतर मौसमी गतिविधियां देर शाम या रात के समय होंगी.