Bacchu Kadu sentenced to 3 months in jail: महाराष्ट्र की राजनीति में जिस नेता की तूती बोलती है, जिसने खुद की प्रहार जनशक्ति पार्टी बना रखी है, उस पूर्व विधायक ओमप्रकाश बाबाराव, यानी बच्चू कडू मुंबई की सेशन कोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है. सात साल पुराने एक मामले में उन्हें 3 महीने की जेल और 10,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है. आइए जानते हैं पूरी खबर.
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Bacchu Kadu News: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक ओमप्रकाश बाबाराव उर्फ बच्चू कडू को अदालत ने बहुत बड़ा झटका दिया है. मुंबई की सेशन कोर्ट ने सात साल पुराने एक मामले में उन्हें एक IAS अधिकारी पर हमला करने के लिए 3 महीने की जेल और 10,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है.
7 साल पहले क्या हुआ था?
यह मामला 26 सितंबर 2018 का है. बच्चू कडू मुंबई में सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के तत्कालीन निदेशक और IAS अधिकारी प्रदीप पी. के दफ्तर पहुंचे थे. वहां किसी बात को लेकर उनकी अधिकारी से तीखी बहस हो गई. बात इतनी बढ़ गई कि कडू ने कथित तौर पर अधिकारी पर हमला कर दिया और उनके साथ बदतमीजी की.
कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया?
मुंबई की सेशन कोर्ट ने बच्चू कडू को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 353 (सरकारी कर्मचारी को काम करने से रोकने के लिए हमला) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दोषी ठहराया. हालांकि, जानबूझकर अपमान करने (धारा 504) के आरोप से उन्हें बरी कर दिया गया. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सत्यनारायण नवंदर ने साफ कहा, "विधायक होना कोई लाइसेंस नहीं है कि आप किसी पर हमला कर दें." कोर्ट ने यह भी जोड़ा कि अगर किसी को सरकारी कामकाज, जैसे भर्ती परीक्षा या विभाग के प्रबंधन से शिकायत है, तो उसे कानूनी रास्ता अपनाना चाहिए. किसी अधिकारी को धमकाना या उसके काम में रुकावट डालना गलत है.
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सजा पर राहत, लेकिन चुनौती बरकरार
कोर्ट ने बच्चू कडू की सजा को तुरंत लागू करने के बजाय, उन्हें हाई कोर्ट में अपील करने का मौका दिया. इसके लिए उनकी सजा को फिलहाल निलंबित कर दिया गया और जमानत दे दी गई. फिर भी, यह फैसला उनके लिए कानूनी और राजनीतिक तौर पर मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
बच्चू कडू विदर्भ के दबंग नेता
बच्चू कडू महाराष्ट्र के अमरावती जिले से हैं और विदर्भ में उनकी खासी पहचान है. 2006 में उन्होंने प्रहार जनशक्ति पार्टी बनाई, जो किसानों, मजदूरों और समाज के कमजोर वर्गों के हक की लड़ाई लड़ती है. उनकी आक्रामक शैली और बेबाकी ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया, लेकिन विवादों से भी उनका पुराना नाता रहा है. पहले विधायक रह चुके कडू की पार्टी ने स्थानीय स्तर पर अच्छा प्रभाव बनाया है. (इनपुट आईएएनएस से भी)
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