Mau News: कैथवली निवासी और पूर्व ब्लॉक प्रमुख और माफिया रमेश सिंह काका ने फिल्मी अंदाज में शुक्रवार को मऊ कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. दालत में हाजिर नही होने के कारण NBW जारी हुआ था.
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Mau News: मऊ में प्रदेश स्तर पर चिह्नित माफिया और समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश सिंह काका ने शुक्रवार को कोर्ट में पुलिस को चकमा देते हुए आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. फर्जी सिम कार्ड मामले में काका के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था. कोर्ट ने 2 जून को दोषी करार दिया था. इस मामले में उसके साथी जावेद काजमी को पहले ही 4 साल की सजा सुनाई जा चुकी है।
जावेद काजमी को कोर्ट ने 14 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. जुर्माना न भरने पर 2 महीने का अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी. जावेद औरंगाबाद थाना दक्षिण टोला का निवासी है. करीब 50 से ज्यादा मुकदमों का सामना कर रहे रमेश सिंह काका का इस तरह कोर्ट में सरेंडर करना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है.
रमेश सिंह काका के लिए जारी हुआ NBW
जालसाजी मामले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश सिंह को 04 साल की सजा हुई थी. 2024 से जमानत पर बाहर था. इससे पहले कोर्ट सिम बेचने के मामले में कोर्ट ने एक व्यक्ति को पहले ही 04 की सजा सुना चुका है. 2010 में मुकदमा दर्ज हुआ था. जालसाजी कर दूसरे की आईडी पर फर्जी फ़ोटो लगाकर सिम लेने का मामला था. 2 जून को अदालत ने रमेश सिंह काका को भी सजा सुनाई. 03 जून को अदालत में हाजिर नही होने के कारण NBW जारी हुआ था.
मऊ पुलिस ने घोषित किया था 25 हजार का इनाम
मऊ पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था.रमेश सिंह काका आईआर-212 गैंग का सरगना है . विभिन्न जनपदों में गैंगेस्टर सहित 67 मुकदमे पंजीकृत हैं. 2005 से 2010 तक परदहां ब्लॉक का ब्लॉक प्रमुख रह चुका है . 2010 से 2015 तक पत्नी मीना सिंह ब्लॉक प्रमुख रह चुकी है. बता दें कि सरायलंखसी थाना क्षेत्र के कैथवली गांव निवासी रमेश सिंह काका प्रदेश स्तर का माफिया, हिस्ट्रीशाटर, टॉप टेन अपराधी के रूप में पंजीकृत है.