Basti News: बस्ती में छात्र-छात्राओं को मिलनी वाली छात्रवृत्ति में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. बस्ती के 50 में से 47 स्कूलों के शिक्षकों ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये का बंदरबाट कर लिए हैं. जांच में खुलासा हुआ तो अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
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राघवेंद्र सिंह/बस्ती: बस्ती में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां 47 संस्थाओं की जांच में 1.56 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति घोटाला उजागर हुआ है. यह छात्रवृत्ति भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक छात्र और छात्राओं को दिया जाता है. घोटाले के जिन्न बाहर आने के बाद अब एक्शन शुरू हो गया है. 98 हेड ऑफ इंस्टीट्यूट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
बस्ती में 1.46 करोड़ का महाघोटाला
बता दे भारत सरकार हर साल अल्पसंख्यक छात्र और छात्राओं के लिए छात्रवृति के लिए जिलेवार बजट जारी करता है. लेकिन बीते साल 2021-22 और 2022-24 सत्र में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में 1.46 करोड़ का घोटाला हो गया, जो पैसा अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति के लिए संस्थानों में गया था, उस संस्थान में एचओई ने छात्रवृत्ति का पैसा डकार लिया. जब छात्रवृत्ति में घोटाले का मामला सामने आया तो सीडीओ ने 5 जनपद स्तरीय अधिकारियों की टीम को जांच के लिए नामित किया.
1800 से ज्यादा छात्र-छात्राओं का पैसा गबन
जांच में कई बड़े खुलासे हुए. 50 संस्थानों की जांच कमेटी ने जांच की. इनमें से 47 संस्थानों में 1832 छात्र छात्राओं के आवेदन ही फर्जी निकले. फर्जी आवेदन कर पैसे संस्थान के एचओई ने गमन कर लिया, जब सभी 50 संस्थानों की जांच पूरी हुई तो सर्वे वक्फ निरीक्षक इफ्तेखार आलम ने 98 लोगों के खिलाफ जो घोटाले में शामिल थे कोतवाली में तहरीर दी. तहरीर में आधार पर बस्ती सफर कोतवाली में 98 लोगों के खिलाफ धारा 409, 477A के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
50 में से 47 संस्थानों में हुआ घोटाला
वक्फ निरीक्षक इफ्तेखार आलम ने बताया कि 50 संस्थाओं के छात्र छात्राओं को सूची जांच के लिए प्राप्त हुई थी. सभी संस्थानों की जांच की गई और इनमें से 47 संस्थाओं में 1832 छात्र छात्राएं ऐसे मिले जिनका आवेदन फर्जी पाया गया. फर्जी आवेदन कर 1.46 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति का घोटाला कर लिया गया. निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण के आदेश पर छात्रवृत्ति ने अनियमितता करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
98 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
सीओ सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि वक्फ निरीक्षक द्वारा एक तहरीर दी गई थी, तहरीर में 1800 से ज्यादा छात्रों के नाम पर फर्जी तरीके से धन राशि निकाली गई थी, तहरीर के आधार पर 98 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है, विवेचना के दौरान जो साक्ष्य सामने आएंगे उस के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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