India First Village Name: क्या आपने कभी सोचा है कि देश का पहला गांव कौन सा है और कहां है? अगर नहीं, तो आइए, आज मैं आपको बताता हूं. इस गांव का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है.
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India First Village: भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित माणा गांव सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि आस्था, इतिहास और परंपराओं की धरती है. इसे 'भारत का पहला गांव' कहा जाता है, क्योंकि यह भारत-चीन सीमा के बेहद करीब बसा हुआ है और बद्रीनाथ धाम से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. समुद्र तल से लगभग 3,219 मीटर (करीब 10,560 फीट) की ऊंचाई पर बसा यह गांव, अपने ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है.
पौराणिक मान्यताएं और ऐतिहासिक महत्व
माणा गांव का संबंध सीधे महाभारत काल से जोड़ा जाता है. कहा जाता है कि पांडव यहीं से स्वर्ग की ओर प्रस्थान किए थे. गांव के पास स्थित भीम पुल, एक बड़ा पत्थर है जिसे पांडवों में सबसे बलशाली भीम ने सरस्वती नदी पर रखा था ताकि द्रौपदी पार कर सके. इसके अलावा, यहां स्थित हैं.
व्यास गुफा – जहां महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना की थी.
गणेश गुफा – जहां भगवान गणेश ने महाभारत को लिखा था.
सरस्वती मंदिर – जहां सरस्वती नदी अदृश्य रूप में प्रवाहित होती है.
वसुधारा झरना – कहा जाता है जो भी इस झरने की बूंदें झेलता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं.
जनसंख्या और जीवनशैली
2011 की जनगणना के अनुसार, माणा गांव में 1214 लोग रहते थे और यहां 558 घर थे. यह गांव भारत-तिब्बत सीमा पर स्थित है और यहां के निवासी मुख्यतः भोटिया जनजाति से ताल्लुक रखते हैं. माणा और आसपास के सीमांत गांवों में लस्पा पूजा नामक एक खास परंपरा निभाई जाती है. गांववाले साल के छह महीने हिमालयी क्षेत्र में रहते हैं और खेती करते हैं.इसके बाद, तराई की ओर प्रवास से पहले, वे अपने देवी-देवताओं को फसल का एक हिस्सा अर्पित करते हैं. माना जाता है कि देवता उनके अर्पित अनाज का आधा भाग स्वयं ग्रहण कर लेते हैं. इस पूजा के बाद ही लोग अपने गांवों को छोड़कर मैदानी इलाकों की ओर जाते हैं.