IMD Alert Noida: गौतमबुद्ध नगर में मौसम ने अचानक करवट ली है. सुबह से जारी तेज धूप की जगह पूरे जिले में बादल छा गए हैं. मौसम विभाग ने आंधी और तूफान की संभावना जताई है.
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IMD Alert Noida: नोएडा-गाजियाबाद-ग्रेटर नोएडा में मौसम (NCR Weather) ने अचानक करवट ली है. सुबह से जारी तेज धूप की जगह पूरे जिले में बादल छा गए. मौसम विभाग ने आंधी और तूफान की संभावना जताई है. पिछले कई दिनों से लोगों को जिले में धूल भरी आंधी का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार की शाम मौसम बदलते ही हल्की बारिश के साथ ठंडी हवा चलने लगी.
तपती गर्मी से मिली राहत
बता दें कि नोएडा-गाजियाबाद-ग्रेटर नोएडा में लोग गुरुवार की शाम लगभग 5 बजे तक तपती गर्मी से परेशान रहे. इसके बाद जैसे ही मौसम ने करवट ली, तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई. मौसम के बदलते ही लोगों को हल्की बारिश और ठंडी हवा से बड़ी राहत मिली. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना जताई है. शुक्रवार को मौसम के इस बदलाव से आगे भी बारिश की संभावना बनी हुई है. बारिश से लोगों को गर्मी से तो राहत मिलेगी ही, साथ ही हवा में मौजूद प्रदूषण से भी निजात मिलेगी. नोएडा और उससे सटे इलाकों में बीते दो दिनों से AQI खराब स्तर पर दर्ज किया गया है.
एनसीआर की हवा बिगड़ी
इससे पहले खबर आई थी कि गुरुवार को धूल भरी आंधी के बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) बिगड़ गई. केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली में शुक्रवार सुबह 7 बजे तक औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 305 अंक पर बना हुआ है. यह अंक वायु गुणवत्ता की बहुत खराब स्थिति को दर्शाता है. एनसीआर के शहर गुरुग्राम में 294, फरीदाबाद में 288, गाजियाबाद में 283, ग्रेटर नोएडा में 256, नोएडा में 289 अंक पर बना हुआ है.
धूल भरी आंधी और धुंध की स्थिति
दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में धूल भरी आंधी और धुंध की स्थिति देखी गई. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने बताया कि यह स्थिति दबाव ढाल (प्रेशर ग्रेडियंट) में अंतर के कारण उत्पन्न हुई है. राजस्थान में उच्च तापमान के कारण दबाव कम हो रहा है, जबकि अन्य क्षेत्रों में दबाव बढ़ रहा है. इस दबाव अंतर के कारण धूल भरी हवाएं दिल्ली-एनसीआर तक पहुंची. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी की संभावना है, जबकि पंजाब और हरियाणा में इसका असर कम हो सकता है.