जौनपुर में बिजली विभाग की लापरवाही पर ताबड़तोड़ एक्शन, जेई-फीडर मैनेजर सस्पेंड, एसएसओ-लाइनमैन बर्खास्त
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2860711

जौनपुर में बिजली विभाग की लापरवाही पर ताबड़तोड़ एक्शन, जेई-फीडर मैनेजर सस्पेंड, एसएसओ-लाइनमैन बर्खास्त

Jaunpur News: जफराबाद के उतरगांवा गांव में हाइटेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने से करंट की चपेट में आकर मां-बेटे की दर्दनाक मौत के मामले में विद्युत विभाग पर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है. शासन के निर्देश पर अवर अभियंता और फीडर मैनेजर को निलंबित कर दिया गया है,

सांकेतिक तस्वीर.
सांकेतिक तस्वीर.

अजीत सिंह/जौनपुर: जफराबाद के उतरगांवा गांव में हाइटेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने से करंट की चपेट में आकर मां-बेटे की दर्दनाक मौत के मामले में विद्युत विभाग पर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हुई है. शासन के निर्देश पर अवर अभियंता और फीडर मैनेजर को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एसडीओ पर दंडात्मक कार्रवाई और निविदा एसएसओ व लाइनमैन को बर्खास्त करने की संस्तुति की गई है.

घटना शनिवार की है, जब उतरगांवा निवासी राम अजोर वनवासी की पत्नी बासमती देवी (60) अपने बेटे लोधी वनवासी (35) के साथ पड़ोसी गांव के पंकज राय के खेत में धान की रोपाई कर रही थीं. खेत की सुरक्षा के लिए चारों ओर लोहे की तार से घेराबंदी की गई थी. इसी दौरान खेत से करीब सौ मीटर दूर हाइटेंशन तार टूटकर लोहे की तार पर गिर गया, जिससे करंट पूरे घेरे में दौड़ गया. बासमती देवी और लोधी वनवासी करंट की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.

इलाके में मचा हड़कंप
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने शवों को पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया और बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के मौके पर आने व मुआवजे की मांग पर अड़ गए. करीब चार घंटे बाद एसडीएम सदर संतवीर सिंह और सीओ सिटी देवेश कुमार मौके पर पहुंचे और परिजनों को उचित मुआवजे और कार्रवाई का आश्वासन देकर शवों को कब्जे में लिया.

चेयरमैन ने दिए सख्त आदेश
घटना को लेकर विद्युत विभाग के चेयरमैन आशीष गोयल ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद अधीक्षण अभियंता सर्किल प्रथम रमेश चंद्रा ने अवर अभियंता धर्मेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया और एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह पर दंडात्मक कार्रवाई हेतु शासन को पत्र भेजा.वहीं अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड चतुर्थ वीरेंद्र सिंह ने फीडर मैनेजर को निलंबित किया, जबकि निविदा लाइनमैन और एसएसओ को बर्खास्त करने की संस्तुति की.

स्थानीयों ने उठाई जवाबदेही की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि यह दुर्घटना बिजली विभाग की घोर लापरवाही का परिणाम है. यदि समय रहते मेंटेनेंस होता या तार की स्थिति की निगरानी की जाती, तो दो जिंदगियां न जातीं. लोगों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने, दोषियों पर सख्त कार्रवाई और क्षेत्र में विद्युत लाइन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

यह भी पढ़ें - शख्स ने अपनी ही बीवी को बेचा, 'सौदेबाजी' का शिकार हुई महिला का चौंकाने वाला खुलासा

 

Trending news

;