हम पढ़ने आए थे, प्रताड़ित होने नहीं... सरकारी मेडिकल के छात्रों का फूटा गुस्सा, फैकल्टी पर गंभीर आरोप
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2856273

हम पढ़ने आए थे, प्रताड़ित होने नहीं... सरकारी मेडिकल के छात्रों का फूटा गुस्सा, फैकल्टी पर गंभीर आरोप

Jalaun News: हम पढ़ने आए थे, प्रताड़ित होने नहीं... यही चीखते नज़र आए राजकीय मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग छात्र, जब शनिवार को उन्होंने कॉलेज परिसर को अपने गुस्से और आंसुओं से भर दिया. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज की नर्सिंग फैकल्टी उन्हें परीक्षा में बैठने के लिए रिश्वत देने के लिए मजबूर करती है.

Nursing students protested
Nursing students protested

Jalaun News/जितेन्द्र सोनी: राजकीय मेडिकल कॉलेज में शनिवार को नर्सिंग छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने नर्सिंग फैकल्टी पर आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोपों में परीक्षा के लिए रिश्वत मांगना, छात्राओं से छेड़छाड़ और शिकायत करने पर धमकाने जैसे गंभीर मुद्दे शामिल हैं. प्रदर्शन के दौरान छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने कॉलेज परिसर में नारेबाजी करते हुए धरना दिया.

छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में बैठने के लिए फैकल्टी सदस्य 20 हजार रुपये तक की रिश्वत मांगते हैं. जो छात्र यह रकम नहीं दे पाते, उन्हें परीक्षा में बैठने से रोक दिया जाता है. कई छात्राओं ने आरोप लगाया कि फैकल्टी मेंबर्स द्वारा उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान किया जाता है. शिकायत करने पर नंबर काटने और एकेडमिक नुकसान पहुंचाने की धमकी दी जाती है.

छात्रों ने बताया कि फैकल्टी की प्रताड़ना से तंग आकर एक छात्र ने आत्महत्या का प्रयास भी किया, जिससे कॉलेज में तनाव का माहौल बन गया. इस घटना के बाद छात्रों ने सामूहिक रूप से आवाज उठाने का निर्णय लिया और कॉलेज प्रशासन के सामने खुलकर प्रदर्शन किया.

नर्सिंग छात्रा काजल त्रिपाठी ने कहा कि हम छात्राओं को सुरक्षित माहौल चाहिए. छेड़छाड़ की शिकायतें दबा दी जाती हैं. हम डर के साथ नहीं पढ़ सकते. वहीं छात्रा खुशी ने बताया कि हमने कई बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब हम चुप नहीं बैठेंगे.” मेडिकल छात्र नितीश ने कहा कि फैकल्टी वाले पैसे मांगते हैं, और शिकायत करने पर हमें धमकाया जाता है. हमारी आवाज सुनी जानी चाहिए.

प्रदर्शन के बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है. प्रशासन ने छात्रों की शिकायतों की जांच के लिए कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया है. कॉलेज प्रशासन ने यह भी कहा कि यदि फैकल्टी मेंबर्स पर लगे आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन और तेज करेंगे.

और पढे़ं; 

बुंदेलखंड की बदलेगी तस्वीर! जालौन में 1677 एकड़ में बसेंगी फैक्ट्रियां, दिल्ली-मुंबई जैसी नौकरियों की होगी भरमार

 

Trending news

;