Varanasi News: काशीवासियों के लिए एक बड़ी सौगात आने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन’ लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए शहर में एक अत्याधुनिक ‘नेट जीरो लाइब्रेरी’ का निर्माण होने जा रहा है. आइए आपको बताते हैं इसके विशेष सुविधाएं के बारे में....
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Varanasi News: काशी की ज्ञान और संस्कृति की धरोहर को अब एक नया आयाम मिलने जा रहा है. यहां 20 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रही नेट जीरो लाइब्रेरी न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगी, बल्कि यह अध्ययनशील लोगों के लिए भी एक आदर्श केंद्र बनेगी.
कहां पर बनेगा?
अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज परिसर में करीब 20,930 वर्ग फीट क्षेत्रफल में बनने वाली इस लाइब्रेरी में एक समय में 500 पाठक बैठकर अध्ययन कर सकेंगे. लाइब्रेरी में 35,000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी, जो विभिन्न विधाओं और आयु वर्गों के पाठकों की जरूरतों को पूरा करेंगी.
एनएचपीसी और वीडीए में हुआ एमओयू
इस परियोजना के लिए बुधवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) और एनएचपीसी लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. इस अवसर पर वीडीए के उपाध्यक्ष और एनएचपीसी के निदेशक मौजूद रहे. एमओयू पर वीडीए के सचिव और एनएचपीसी के सीएसआर विभाग प्रमुख ने हस्ताक्षर किए.
मंदिरों की झलक
लाइब्रेरी का डिज़ाइन भी बेहद खास होगा. इसका तरंगाकार अग्रभाग (फैकेड) पवित्र गंगा नदी से प्रेरित होगा, जबकि इसकी वास्तुकला में काशी के पारंपरिक मंदिरों की झलक देखने को मिलेगी. यह भवन परंपरा और आधुनिकता का संतुलन प्रस्तुत करेगा.
होंगे ये विशेष सुविधाएं
1. भूतल – बहुउद्देश्यीय सभागार, बच्चों के लिए पठन क्षेत्र, कैफेटेरिया और टॉय जोन
2. पहला तल – विशाल पठन कक्ष, डिजिटल लाइब्रेरी और ऐतिहासिक-सांस्कृतिक दीर्घा
3. दूसरा तल – भवन प्रबंधन प्रणाली, जैव विविधता से युक्त ग्रीन टैरेस
4. तीसरा तल – स्मार्ट संरचना, सौर ऊर्जा युक्त छत, रिसाव पहचान तंत्र