पूर्व IAS मोहिंदर सिंह के पास मिला करोड़ों का बेशकीमती हीरा, सॉलिटियर डायमंड देख फटीं रह गईं अधिकारियों की आंखें
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2439766

पूर्व IAS मोहिंदर सिंह के पास मिला करोड़ों का बेशकीमती हीरा, सॉलिटियर डायमंड देख फटीं रह गईं अधिकारियों की आंखें

ED Raid: लोटस 300 हाउसिंग प्रोजेक्ट में करोड़ों के घोटाले मामले में रिटायर आईएएस अफसर मोहिंदर सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सूत्रों के मुताबिक मोहिंदर ने बेशकीमती हीरे दिल्ली के एक बड़े ज्वेलर्स से खरीदे थे. ईडी को मोहिंदर के घर से बेशकीमती हीरा मिला है. 

Noida Authority Former CEO Mohinder Singh
Noida Authority Former CEO Mohinder Singh

ED Raid: नोएडा में लोटस-300 प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाली हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशकों और नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह (सेवानिवृत्त आईएएस) के ठिकानों से ईडी ने कुल 42.56 करोड़ रुपये की नकदी, हीरे और सोने के जेवरात बरामद किए हैं. सूत्रों के मुताबिक ईडी की रेड में एक हीरा मिला है जिसकी क़ीमत करीब पांच करोड़ रुपये हैं. गुरुवार को दिल्ली, नोएडा, मेरठ, चंडीगढ़, गोवा के 12 ठिकानों पर छापे खत्म होने के बाद ईडी ने इसका खुलासा किया है. इस दौरान रिटायर्ड IAS एवं नोएडा अथॉरिटी के पूर्व CEO रहे मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास से सौ करोड़ की चल अचल संपत्ति का पता चला है. 

शारदा एक्सपोर्ट और इनके पार्टनर हैसिंडा प्रोजेक्ट्स की लोटस 300 आवासीय परियोजना में 426 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े में पूर्व आईएएस मोहिन्दर सिंह के पांच कारोबारियों का घर और ऑफिस सील कर दिया गया है.

पांच करोड़ का हीरा 
सूत्रों के मुताबिक मोहिंदर सिंह के आवास से करीब  5 करोड़ रुपये से ज्यादा  का सॉलिटियर हीरा भी बरामद हुआ है. जांच में सामने आया कि मोहिंदर ने बेशकीमती हीरे दिल्ली के एक बड़े ज्वेलर्स से खरीदे थे. वहीं, अधिकारियों को शक है कि कुछ दिन पहले मोहिंदर की पत्नी इन हीरों को साथ लेकर अमेरिका शिफ्ट हो गई हैं.  इसके अलावा 7 करोड़ की कीमत के सोने के गहने और केस से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. ये 300 करोड़ रुपये का घोटाला था, जिसमें ED ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. जल्द ही विजिलेंस की टीम भी मोहिन्दर सिंह से पूछताछ कर सकती है. 

करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी,निवेशकों को नहीं दिए फ्लैट
सूत्रों के मुताबिक मोहिंदर की मिलीभगत से हैसिंडा के निदेशकों ने प्रोजेक्ट में निवेश करने वालों के साथ 426 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी.  हैसिंडा ने निवेशकों से रकम लेने के बाद भी उनको फ्लैट नहीं दिए थे. इस रकम को बाद में मनी लॉन्डि्रंग के जरिये हीरे और सोने के आभूषणों व निजी संपत्तियों में निवेश किया गया. कई निवेशकों ने हैसिंडा के खिलाफ मुकदमे दर्ज करा दिए थे. उसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ईडी को पूरे प्रकरण की जांच करने का आदेश दिया था.

बसपा सरकार में मलाईदार पद
पूर्व आईएएस मोहिन्दर सिंह साल 2007 से 2011 के बीच बसपा सरकार कई अहम पदों पर रहे हैं. उन्होंने नोएडा और लखनऊ में करोड़ों की लागत से महापुरुषों के नाम पर स्मारक और पार्कों का निर्माण करवाया. इसके अलावा कई निजी बिल्डरों को भी फायदा पहुंचाने का आरोप है. 

नोएडा समेत कई ठिकानों पर छापेमारी
ईडी ने 17-18 सितंबर को दिल्ली, नोएडा, मेरठ, चंडीगढ़ और गोवा में 18 स्थानों पर छापेमारी की थी. ईडी को तलाशी के दौरान 85 लाख रुपये कैश, 29.30 करोड़ के सोने और हीरे के जेवर, सवा 12 करोड़ के हीरे और उनसे बने जेवर मिले थे. जमीन और दूसरे निवेश से जुड़े कई दस्तावेज भी मिले, जिनकी पड़ताल की जा रही है.

 

TAGS

Trending news

;