यूपी का ऐसा नाला जिसकी लोग करते हैं पूजा, मां कुंडवासिनी धाम से है गहरा नाता
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यूपी का ऐसा नाला जिसकी लोग करते हैं पूजा, मां कुंडवासिनी धाम से है गहरा नाता

Sonbhadra Interesting Fact: यूपी के दक्षिण में आखिरी जिले सोनभद्र में एक नाला ऐसा है जिससे लोग घिन नहीं करते बल्कि इसकी पूजा करते हैं. यह नाला सोनभद्र के मां कुंडवासी धाम का अहम हिस्सा माना  जाता है.  

यूपी का ऐसा नाला जिसकी लोग करते हैं पूजा, मां कुंडवासिनी धाम से है गहरा नाता

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के हर जिले में कुछ न कुछ खास है और उनकी अपनी विशेषताएं हैं. दक्षिण दिशा में यूपी का आखिरी जिला सोनभद्र है. सोनभद्र यूपी के प्रमुख पर्यटन स्थल है इसकी गिनती यूपी के हिल स्टेशन के रूप में होती है. लेकिन हम यहां बात हिल स्टेशन की नहीं कर रहे हैं बल्कि यूपी के इस आखिरी जिले में एक नाला ऐसा है जिससे लोग घिन नहीं करते बल्कि इसकी पूजा करते हैं. 

सोनभद्र कुड़ारी पंचायत क्षेत्र में मां कुंडवासी का धाम है. इसी धाम से अगोरी किले का नाम भी जुड़ा हुआ है. यहां माता कुंडवासी की स्थापना कैसे हुई, इसकी कहानी बड़ी रोचक है. 

सपने में आकर माता ने दिया था आदेश
मां कुंडवासिनी देवी के मंदिर के पास ही एक प्राकृतिक नाला है. मान्यता है कि इसी नाले में देवी मां प्रकट हुई थीं. जिस नाले में देवी मां प्रकट हुई थीं उसे कुड़वा नाला के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि माता रानी ने अगोरी के राजा बालंद शाह को सपने में दर्शन दिये थे. माता ने राजा को सपने में आदेश दिया था कि मुझे यहां से हाथी की सवारी पर लेकर चलो और जहां भी हाथी रुक जाए वहीं मेरी स्थापना करा देना. 

राजा ने देखा
राजा को जब अगले दिन सुबह रात का स्वप्न याद आया तो वो आदेशानुसार उसी जगह पर पहुंचे जो माता ने उन्हें सपने में दिखाई थी. उस जगह पर राजा को एक मूर्ति मिली.जैसा कि राजा को देवी ने सपने में आदेश दिया था राजा उस मूर्ति को हाथी पर लेकर चल दिये. जैसे ही हाथी कुड़ारी पहुंचा वो रुक गया. यह देख राजा ने वहीं सोन नदी के किनारे देवी की मूर्ति की स्थापना कर दी. देवी कुंडवासिनी की बहुत मान्यता है, इसलिए इनके दर्शन करने लोग दूर-दूर से आते हैं. 

नाले की होती है पूजा
क्योंकि मान्यता है कि कुंडवासिनी नाले में प्रकट हुई थी इसलिए कुंडवासिनी के पास स्थित कुड़वा नाले को देवी का प्रतीक मानते हुए लोग इसकी पूजा करते हैं. यह एक प्राकृतिक नाला है. लोगों में मान्यता है कि इस नाले के जल पवित्र है. इसके स्पर्श से कई तरह के रोग दूर होते हैं. 

Disclaimer : लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की स्वयं जांच करें. ज़ी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

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