Kanwar Yatra 2025: भगवान भोले नाथ के भक्तों को सावन महीने का इंतजार रहता है. सावन महीने में रुद्राभिषेक के अलावा कांवड़ यात्रा का विशेष महत्व है. आइये जानते हैं इस बार सावन कब से शुरू हो रहा है?. साथ ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत कब से होगी?.
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Kanwar Yatra 2025: यूपी में बारिश शुरू होने के बाद सावन की याद आने लगती है. भगवान भोले नाथ के भक्तों को सावन महीने का इंतजार रहता है. सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. यह पूरा महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है. इसी महीने में कांवड़ यात्रा भी निकाली जाती है. आइये जानते हैं यूपी में इस बार कांवड़ यात्रा कब से शुरू हो रही है?.
सावन महीने की शुरुआत?
पंचांग के मुताबिक, सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि इस बार 11 जुलाई को रात 2 बजकर 6 मिनट से शुरू हो रही है, जो अगले दिन 12 जुलाई को रात 2 बजकर 8 मिनट तक रहेगी. ऐसे में सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई से हो जाएगी. जो पूरे एक महीने तक चलेगा. इसके बाद 9 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. इसी बीच कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाएगी. 11 जुलाई से कावंड़ यात्रा शुरू होकर शिवरात्रि तक चलती रहेगी.
कब पड़ रही सावन की शिवरात्रि
पंचांग के मुताबिक, सावन की शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. ऐसे में इस बार चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 जुलाई को सुबह 4 बजकर 39 मिनट से होगी, जो अगले दिन 24 जुलाई को रात 2 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. इस हिसाब से सावन की शिवरात्रि 23 जुलाई को मनाई जाएगी. सावन की शिवरात्रि पर कांवड़ का जल भोलेनाथ को चढ़ाने पर विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
कितने तरह की होती है कांवड़ यात्रा?
पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल तक कांवड़ यात्रा निकाली जाती है. कांवड़ यात्रा चार तरह की होती है. पहली सामान्य कांवड़ यात्रा, दूसरी खड़ी कांवड़ यात्रा, तीसरी दांडी कांवड़ यात्रा और चौथी डाक कांवड़ यात्रा होती है. सामान्य कांवड़ यात्रा की शुरुआत सावन के महीने की शुरुआत में ही प्रारंभ हो जाती है. वहीं, डाक कांवड़ यात्रा शिवरात्रि नजदीक आने पर शुरू हो जाती है.
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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