देशभर में बहुत से लोग विटामिन डी की कमी से परेशान हैं. इस विटामिन की कमी को पूरा करने के लिए हर दिन धूप में बैठते हैं लेकिन इसके बाद भी शरीर में विटामिन D की कमी बनी रहती है. इसकी वजह ये है कि धूप से फायदा तभी मिलता है जब उसे सही समय पर लिया जाए. अगर समय गलत है, तो धूप का कोई असर नहीं होगा. आइए जानते हैं कि विटामिन D के लिए कब और कितनी देर धूप में बैठना सही होता है.
Trending Photos
Best Time for Vitamin D: आज के समय में लोगों को तरह-तरह की बीमारियां हो रही हैं. बहुत से लोगों को कमजोरी, थकान, शरीर में दर्ज जैसी समस्याएं होती हैं. ज्यादातर लोग इसे तनाव या नींद की कमी समझकर इग्नोर कर देते हैं, लेकिन इसके पीछे का कारण कुछ और ही होता है. विटामिन डी की कमी के कारण लोगों में इस प्रकार की समस्या हो सकती है. यह विटामिन शरीर के लिए उतना ही जरूरी होता है जितना कैल्शियम या प्रोटीन. बदलती लाइफस्टाइल, बंद कमरों में दिन गुजारने की आदत और तेज धूप से बचने की कोशिश इस कमी को और बढ़ा रही है. सबसे जरूरी बात यह है कि विटामिट डी को धूप से बड़े आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. लेकिन हर समय की धूप लेना फायदेमंद नहीं होता इसके लिए सही समय जानना बेहद जरूरी है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में दिल्ली जैसे शहरों में करीब 70% लोगों में विटामिन डी की गंभीर कमी पाई गई है, वहीं बात की जाए ग्रामीण इलाकों की तो यहां ये आंकड़ा लगभग 20% है. रिपोर्ट में सामने आया कि महिलाओं में यह कमी पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक है.
चेन्नई जैसे शहरों में भी कमी क्यों?
भारत जैसे देश जहां सालभर धूप निकलती है वहां भी लोगों को विटामिन डी की कमी हो रही है. दक्षिण भारत जैसी चेन्नई और दूसरे शहरों में भी यही स्थिति है. चेन्नई की गर्भवती महिलाओं पर हुए एक रिसर्च में 62% महिलाओं में विटामिन डी की कमी पाई गई है. हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि शहरी लाइफस्टाइल, घर और ऑफिस में लंबे समय बिताने और पूरी त्वचा को ढंकने वाले कपड़े पहनना इसके पीछे की प्रमुख वजहें हैं.
सही समय धूप में बैठना जरूरी
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि विटामिन डी शरीर में तब बनता है जब त्वचा पर सूर्य की UVB किरणें पड़ती हैं. यह किरणें सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच सबसे ज्यादा एक्टिव होती है. यानी सुबह और शाम की धूप में सिर्फ UVA किरणें होती हैं, जो विटामिन डी बनाने में मदद नहीं करतीं हैं.
यह समय हर देश में अलग-अलग हो सकता है. एक गाइड में कहा गया है कि ब्रिटेन में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच कुछ देर धूप में रहने से विटामिन डी मिल सकता है. वहीं भारत में 10 से 12-1 के बीच धूप लेने से विटामिन डी की कमी पूरी की जा सकती हैं. लेकिन इस बात का जरूर ध्यान दिया जाए कि ज्यादा तेज धूप या ज्यादा देर धूप में बैठने से दूसरी समस्या भी हो सकती है.
कितनी देर लेना चाहिए धूप
अगर आपको भी विटामिन डी की कमी है तो या फिर शरीर में विटामिन डी का लेवल 30 नैनोग्राम प्रति मिलीलीटर तक पहुंच गया है, हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक हर दिन 10 से 20 मिनट तक चेहरे, हाथ और बांहों को सीधी धूप में रखें. वहीं एक दूसरी हेल्थ स्टडी के मुताबिक सिर्फ 5 से 30 मिनट तक भी धूप में बैठना टहलना पर्याप्त हो सकता है.
विटामिन डी की कमी के क्या है कारण
अगर आपके शरीर में भी विटामिन डी की कमी हो गई तो आपके शरीर में भी थकान, जोड़ों में दर्द, पैरों में सूजन, मांसपेशियों की कमजोरी और मानसिक तनाव जैसी समस्या हो सकती है. अगर इन लक्षणों को इग्नोर किया जाए, तो आगे चलकर यह समस्या गंभीर भी हो सकती है. यहां तक कि डिमेंशिया तक का कारण बन सकती है.
ये भी कर सकते हैं उपाय
गर्मियों में लंबे समय तक धूप में रहना संभव नहीं, इसलिए डॉक्टर्स का मानना है कि जब भी समय मिले, सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के बीच हल्की धूप लें. अगर ऐसा न हो सके तो विटामिन डी सप्लीमेंट्स और फोर्टिफाइड युक्त चीजें जैसे अंडा, मछली और दूध से कुछ हद तक इस कमी को पूरा किया जा सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.