India Boycott Turkish Products: 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. इसके बाद तुर्की ने पाकिस्तान का समर्थन कर ड्रोन और युद्धपोत भेजे, जिससे भारत में गुस्सा फैल गया. सोशल मीडिया पर तुर्की उत्पादों, खासकर आइसक्रीम का बहिष्कार हो रहा है.
Trending Photos
Boycott Turkey: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एयर स्ट्राइक कर बदला लिया. भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इस सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा लेकिन इसके तुरंत बाद तुर्किए ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए भारत के खिलाफ युद्धपोत और ड्रोन भिजवाए. तुर्किए के इस रवैये को देखकर पूरा भारत गुस्से में नजर आया.
इसके बाद सोशल मीडिया पर तुर्किए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. भारत में तुर्किए से आने वाले फल, मार्बल समेत तमाम सामानों का विरोध किया जाने लगा. लोग अब तुर्की से जुड़े सामानों के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं. इतना ही नहीं, भारत में बेचे जाने वाले तुर्किए आइसक्रीम तक को भी खाने से दूरी बना रहे हैं. हालांकि, भारत में अभी तक इसे काफी पसंद किया जाता था, लेकिन इस मामले के बढ़ने के बाद लोगों में इसकी कमी देखने को मिल सकती है. चलिए आपको दिखलाते हैं कि आखिर कैसे लोग तुर्किए के आइसक्रीम को पसंद करते हैं. यूट्यूब पर वायरल हुए एक वीडियो को दर्शकों को खूब ध्यान खींचा है.
तुर्किश आइस्क्रीम खाओ, लेकिन भारतीय से
इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक शख्स तुर्की की आइसक्रीम के स्टॉल के पास खड़ा है और बता रहा है कि ये बिजनेस कितना फायदेमंद हो सकता है. शख्स ने बाताय कि तुर्किश आइसक्रीम अब सिर्फ खाने की चीज नहीं, बल्कि एक एंटरटेनमेंट बन चुकी है. लोग इसे इसके अनोखे सर्विंग स्टाइल और मजेदार प्रेजेंटेशन की वजह से खूब पसंद करते हैं. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए ज्यादा बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती. करीब 3 से 5 लाख रुपये में आप मशीन, पाउडर और स्टॉल सेटअप कर सकते हैं. ये आइसक्रीम खास तुर्की से आने वाली सामग्री से बनती है जो इसे अलग स्वाद और टेक्सचर देती है.
स्वदेशी आइसक्रीम को बढ़ावा, तुर्किए का बहिष्कार
हालांकि, लोग कह रहे हैं कि आइसक्रीम जरूर खाइए, लेकिन किसी भारतीय के स्टॉल से खरीदिए. इससे भारतीयों का बिजनेस बढ़ेगा और तुर्किए स्टॉल्स को नुकसान होगा. इस तरह धीरे-धीरे तुर्किए ब्रांड खुद ही भारत से हट जाएंगे. लोगों का मानना है कि विदेशी कंपनियों की बजाय अपने लोगों को सपोर्ट करना ज़्यादा जरूरी है.