AC, सिलेंडर तो छोड़िए, आपका कमोड भी बन सकता है बम; इस्तेमाल करने से पहले जरूर जान लें ये बात!
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AC, सिलेंडर तो छोड़िए, आपका कमोड भी बन सकता है बम; इस्तेमाल करने से पहले जरूर जान लें ये बात!

Toilet Safety Tips: कमोड यानी टॉयलेट सीट भी ब्लास्ट कर सकती है, अगर वहां खतरनाक गैसें जमा हो जाएं. बायोगैस, मीथेन या हाइड्रोजन सल्फाइड जैसी गैसें चिंगारी से धमाका कर सकती हैं. इसलिए टॉयलेट का वेंटिलेशन सही रखें और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस या केमिकल क्लीनर का सावधानी से इस्तेमाल करें.

AC, सिलेंडर तो छोड़िए, आपका कमोड भी बन सकता है बम; इस्तेमाल करने से पहले जरूर जान लें ये बात!

Trending News: जब भी हम धमाके या ब्लास्ट की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले गैस सिलेंडर, शॉर्ट सर्किट या एसी जैसी चीजें आती हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके बाथरूम का कमोड यानी टॉयलेट सीट भी एक दिन बम की तरह फट सकता है? ये सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन ये बात सच है और इसके पीछे की वजह जान कर चौंक जाएंगे आप.

हाल ही में कुछ खबरें सामने आई हैं जिनमें बताया गया कि कुछ लोगों को टॉयलेट इस्तेमाल करते वक्त अचानक विस्फोट जैसी घटना का सामना करना पड़ा. इसमें कई लोग घायल भी हो चुके हैं. दरअसल, टॉयलेट का कमोड फटने की मुख्य वजह गैसों का इकट्ठा होना होता है.

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AC, सिलेंडर तो सुना था, अब कमोड भी फटेगा

टॉयलेट सिस्टम में खासकर सेप्टिक टैंक वाले इलाकों में मीथेन, हाइड्रोजन सल्फाइड और बायोगैस जैसी खतरनाक गैसें धीरे-धीरे जमा हो जाती हैं. जब ये गैसें बंद और सीमित जगह में भर जाती हैं, तो वहां विस्फोट का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में अगर किसी वजह से चिंगारी या इलेक्ट्रिक स्पार्क हो जाए, जैसे बाथरूम में लगे गीजर, डियोडराइजर या हीटर की वजह से, तो एक बड़ा ब्लास्ट हो सकता है.

टॉयलेट इस्तेमाल करने से पहले जान लें ये बात

टॉयलेट या बाथरूम में सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी वेंटिलेशन है. अगर टॉयलेट बंद हो और अंदर खिड़की या एग्जॉस्ट फैन न हो, तो गैस बाहर नहीं निकल पाती, जिससे विस्फोट का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा प्लंबिंग की नियमित जांच भी जरूरी है क्योंकि पुराने या लीकेज वाले पाइप गैस के इकट्ठा होने में मदद करते हैं. गैस डिटेक्टर जरूर लगाएं, जैसे हम किचन में गैस की जांच के लिए डिटेक्टर लगाते हैं, वैसे ही बाथरूम में भी यह अलर्ट दे सकता है. साथ ही तेज केमिकल क्लीनर का कम इस्तेमाल करें. कई लोग सफाई के लिए स्ट्रॉन्ग केमिकल का यूज करते हैं जो रासायनिक रिएक्शन से गैस बना सकते हैं. इनके बजाय बेकिंग सोडा या सिरका जैसे नेचुरल क्लीनर का इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित होता है. थोड़ी सी सावधानी बड़े खतरे को टाल सकती है, इसलिए टॉयलेट की सुरक्षा को हल्के में न लें.

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