सावन के महीने में कई महिलाएं सोमवार का व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूजा अर्चना करती हैं, तो बहुत सी महिलाएं सावन के महीने में हरियाली तीज का व्रत भी रखती है. तीज सिर्फ एक त्यौहार ही नहीं बल्कि हर शादीशुदा महिला के लिए एक खास पर्व है. सावन के मौसम में तीज का व्रत रखने के लिए महिलाएं तरह-तरह की चीजें बाजार से खरीद कर लाती हैं.
सावन के महीने में सोलह श्रृंगार करके पूजा अर्चना करने का चलन बेहद पुराना है. आजकल भले ही फैशन बदल गया हो लेकिन तीज जैसे पारंपरिक त्योहार पर आज भी महिलाएं वही पुराने गहने पहन कर सज धज कर पूजा अर्चना करती हैं. आज हम आपको बताएंगे उन खास ज्वेलरी के बारे में जिसे हर महिला को तीज के दिन जरूर पहनना चाहिए.
तीज के मौके पर हर शादीशुदा महिलाओं को अपनी शादी के दिन वाला नथ जरूर कैरी करना चाहिए. इससे उन्हें सुहागन वाला लुक मिलेगा. नथ के बिना भारत में शादीशुदा महिला का श्रृंगार अधूरा माना जाता है.
मांग टीका को हमेशा से ही शादीशुदा महिलाओं के सुहाग का गहना माना गया है. ये माथे के बीचो-बीच सजती है जो आज्ञा चक्र को भी सक्रिय करता है जो मानसिक शांति और पॉजिटिव एनर्जी का केंद्र मानी जाती है.
सावन के महीने में हर साल शादीशुदा महिलाओं को तीज के त्यौहार के दिन हरे रंग की कांच की चूड़ियां जरूर कैरी करनी चाहिए. हरा रंग समृद्धि और शांति का प्रतीक माना जाता है. कांच की चूड़ियों की खनक बेहद ज्यादा आकर्षक होती है. साथ ही ये पति के लंबे उम्र की कामना से भी जुड़ी होती है.
पैरों की उंगलियों में पहने जाने वाला ये गहना हर शादीशुदा महिला शादी के बाद कैरी करना पसंद करती है. ये सिर्फ पारंपरिक पहनावा ही नहीं बल्कि एक्यूप्रेशर से जुड़े फायदे भी देता है. चांदी के खूबसूरत डिजाइन वाले बिछिया आप हरियाली तीज के मौके पर अपने पैरों में पहन सकती हैं.
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