Advertisement
trendingPhotos2856130
photoDetails1hindi

तीन देशों के पास है ये 'काला मारीच', मुंह से करता है बमों-मिसाइलों की बारिश, नाम से कांपती है दुनिया

दुनिया के कई देश जंग लड़ रहे हैं तो वहीं उनसे ज्यादा तादाद में जंग के मुहाने पर बैठे हैं. जो जंग चल रही हैं इनमें वही देश मजबूती के साथ खड़े हुए हैं जिनके पास हथियारों का जखीरा सामने वाले देश के मुकाबले ज्यादा मजबूत है. हर तरफ जंग-जंग की आवाजें सुनने के बाद आम लोगों में भी हथियारों को लेकर दिलचस्पी जगी है. इसी कड़ी में आज हम आपको स्ट्रैटेजिक बॉम्बर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है.

 

क्या होते हैं स्ट्रैटेजिक बॉम्बर?

1/7
क्या होते हैं स्ट्रैटेजिक बॉम्बर?

सबसे पहले जानते हैं कि स्ट्रैटेजिक बॉम्बर या रणनीतिक बॉम्बर क्या होते हैं. स्ट्रैटेजिक बॉम्बर वो होते हैं जो विशाल और दूर तक उड़ान भर सकते हैं और दुश्मन के इलाके में अंदर तक घुसकर परमाणु हथियार गिराकर उसे तबाह कर देते हैं.

लॉन्च के बाद बुला सकते हैं वापस

2/7
लॉन्च के बाद बुला सकते हैं वापस

इन्हें लॉन्च के बाद वापस बुलाया जा सकता है, जिससे मुश्किल समय में फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है. Cold War के समय से लेकर आज तक ये किसी भी देश की ताकत का खुला प्रदर्शन होते हैं.

 

क्या होता है स्ट्रैटेजिक बॉम्बर का मकसद?

3/7
क्या होता है स्ट्रैटेजिक बॉम्बर का मकसद?

ये हथियार दुश्मन की कड़ी वायुसेना को भी चकमा दे देते हैं और सामान्य स्ट्राइक एयरक्राफ्ट या फाइटर जैट के मुकाबले बेहद अलग होते हैं. इन हथियारों का सबसे बड़ा मकसद 'डिटरेंस' यानी डर का माहौल पैदा करना होता है. क्योंकि ये हथियार जिन देशों के पास होते हैं उनपर हमला करने से पहले कोई भी देश कई बार सोचता है.

अमेरिका के पास सबसे ज्यादा स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

4/7
अमेरिका के पास सबसे ज्यादा स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स दुनिया में सिर्फ 3 ही देशों के पास हैं. इनमें अमेरिका, रूस और चीन का नाम शामिल है. अमेरिका के पास स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स की तादाद सबसे ज्यादा है. एक जानकारी के मुताबिक अमेरिका के पास 66 रणनीतिक बॉम्बर्स हैं. 

रूस के स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

5/7
रूस के स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

अमेरिका के बाद रूस के पास स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स हैं. रूस के पास अमेरिका के मुकाबले तादाद थोड़ी कम है. कहा जाता है कि रूस के पास 60 एक्टिव स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स हैं. रूस के पास भले ही अमेरिका सम तादाद हो लेकिन इसके पास Tu-160 बॉम्बर है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा और तेज बॉम्बर माना जाता है. 

चीन के पास कितने स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

6/7
चीन के पास कितने स्ट्रैटेजिक बॉम्बर

इसके बाद आखिर में तीसरा नंबर चीन का आता है. एक जानकारी के मुताबिक चीन के पास सिर्फ 20 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स हैं. चीन के पास 20H-6N हैं, जो पुराने सोवियत डिजाइन पर आधारित हैं. हालांकि चीन नया स्टील्थ H-20 भी तैयार कर रहा है. 

सिर्फ तीन देशों के पास ही क्यों हैं स्ट्रैटेजिक बॉम्बर?

7/7
सिर्फ तीन देशों के पास ही क्यों हैं स्ट्रैटेजिक बॉम्बर?

अब बात करते हैं कि स्ट्रैटेजिक बॉम्बर सिर्फ देशों के पास ही क्यों हैं? तो इसका जवाब है कि इसकी तकनीक काफी अलग और मुश्किल होती है. साथ ही इसे बनाना बेहद मुश्किल होता है. स्ट्रैटेजिक बॉम्बर के लिए बड़ी सैन्य व्यवस्था, टैंकर एयरक्राफ्ट, सैटेलाइट सिस्टम के साथ-साथ स्पेशल हवाई अड्डों की आवश्यकता होती है. 

ट्रेन्डिंग फोटोज़

;