Astro Tips For Pooja: ये संकेत हमें अपनी सोच, आचरण और भविष्य के निर्णयों के प्रति सजग करते हैं। इसलिए अगली बार जब पूजा में कोई दीपक या वस्तु गिर जाए, तो उसे ध्यान से देखें और समझें — कहीं कोई संदेश तो नहीं छिपा?
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Astro Tips For Pooja In Hindi: भारतीय संस्कृति में पूजा-पाठ का विशेष स्थान है। जब भी हम मंदिर में हों या घर पर पूजा कर रहे हों, तो हर वस्तु — दीपक, अगरबत्ती, जल कलश, फूल या नारियल — केवल पूजा सामग्री नहीं होती, बल्कि उनमें आध्यात्मिक ऊर्जा होती है। ऐसे में यदि पूजा करते समय कोई वस्तु हाथ से गिर जाए, तो इसे केवल ‘दुर्घटना’ मान लेना उचित नहीं। शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार यह घटनाएं अक्सर किसी आने वाले परिवर्तन, संकेत या चेतावनी को दर्शाती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि पूजा करते समय दीपक या अन्य पूजावस्तु का गिरना शुभ है या अशुभ, और इसके पीछे छिपे संकेत क्या हैं।
पूजा में गिरती वस्तुएं – सिर्फ संयोग नहीं, संदेश हो सकता है
कई बार हम पूजा करते समय ध्यान नहीं रखते और हाथ से दीपक या घंटी गिर जाती है। हम तुरंत सोचते हैं – कहीं यह अपशगुन तो नहीं? वास्तव में, भारतीय स्वप्न शास्त्र, निमित्त शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं में इसे संकेतों की दृष्टि से देखा गया है। इन संकेतों को सही रूप से समझने से हम अपने जीवन में होने वाले संभावित परिवर्तनों के लिए तैयार हो सकते हैं।
1. दीपक गिरना – चेतावनी या परिवर्तन का संकेत
दीपक को प्रकाश, ऊर्जा और ईश्वर की उपस्थिति का प्रतीक माना गया है। यदि पूजा करते समय दीपक अचानक गिर जाए या बुझ जाए, तो यह निम्न बातों का संकेत हो सकता है:
संभावित अशुभ संकेत:
किसी निकट संबंधी की तबीयत बिगड़ने या मानसिक तनाव आने का संकेत।
पारिवारिक कलह या अचानक खर्च बढ़ने की संभावना।
कार्यों में अड़चन या निर्णयों में भ्रम की स्थिति।
सकारात्मक संकेत (कुछ स्थितियों में):
पुराने कर्मों की समाप्ति और नई शुरुआत का अवसर।
आत्मचिंतन और आध्यात्मिक जागरण की ओर संकेत।
विशेष सलाह: दीपक गिरने पर शांति से पुनः दीप प्रज्ज्वलित करें और "ॐ नमः शिवाय" या "ॐ शांति" का जाप करें।
2. फूल या माला का गिरना – संकेत किस ओर?
फूलों को हम भगवान को अर्पित करते हैं। ये शुद्धता, प्रेम और श्रद्धा के प्रतीक होते हैं। अगर पूजा के समय फूल हाथ से गिर जाए, तो यह निम्न अर्थ रख सकता है:
भगवान की ओर से अस्वीकार्यता का संकेत (यदि मन और कर्म में दोष हो)।
कार्य या इच्छा पूर्ण होने में देरी हो सकती है।
कभी-कभी यह किसी दुविधा या असमंजस के हालात का प्रतीक भी हो सकता है।
ध्यान दें: अगर पूजा के दौरान फूल गिरने के बाद खुशबू बनी रहती है, तो यह सकारात्मक ऊर्जा का संकेत माना जाता है।
3. घंटी गिरना – ईश्वरीय ध्यान की आवश्यकता
घंटी को नादब्रह्म कहा गया है। पूजा में घंटी का प्रयोग ऊर्जा को सक्रिय करने और नकारात्मकता को हटाने के लिए किया जाता है।
यदि यह अचानक गिर जाए, तो यह संकेत हो सकता है कि:
आपका ध्यान पूजा में कम था या मन कहीं और भटक रहा था।
यह आत्मनिरीक्षण का समय हो सकता है।
आपकी उपस्थिति और श्रद्धा की ईमानदारी पर प्रश्नचिन्ह।
टिप: घंटी गिरने के बाद शांत बैठें और अपने इष्टदेव से क्षमा याचना करें।
4. जल का कलश गिरना – भावनाओं और संबंधों में उतार-चढ़ाव
पानी या जल कलश को शांति, संतुलन और जीवन का आधार माना गया है।
यदि पूजा के समय जल कलश गिर जाए तो यह निम्न बातों का संकेत हो सकता है:
भावनात्मक असंतुलन या परिवार में जलन/क्लेश की संभावना।
किसी रिश्ते में खटास या गलतफहमी आने की आशंका।
आर्थिक योजना में बदलाव की आवश्यकता।
उपाय: गायत्री मंत्र का जाप करें और अपने व्यवहार में नम्रता लाएँ।
5. नारियल गिरना – शुभ कार्य में रुकावट?
नारियल को शुभ फल माना जाता है। यह पूजा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, विशेषकर जब कोई नया कार्य आरंभ होता है।
यदि नारियल गिर जाए या टूट जाए (बिना उद्देश्य के), तो यह संकेत हो सकता है:
कार्य में रुकावट या देरी हो सकती है।
आपके आस-पास नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव में है।
कुछ निर्णयों को पुनः विचारने की आवश्यकता है।
ध्यान दें: अगर नारियल टूटकर गिरी हुई सामग्री सफेद और साफ हो, तो यह अशुभ नहीं होता।
क्या कहते हैं ग्रंथ और शास्त्र?
निमित्त शास्त्र में कहा गया है कि यदि कोई विशेष वस्तु पूजा के समय गिर जाए, तो उसे हल्के में न लें। यह निमित्त होते हैं — यानी ‘पूर्व संकेत’।
गरुड़ पुराण और स्कंद पुराण में भी पूजा में हुई छोटी घटनाओं को ईश्वर की कृपा या चेतावनी के रूप में देखने की बात कही गई है।
उदाहरण:
"निमित्तानि च गण्यन्ते देवकार्येषु बुद्धिभिः।
यानि यानि समुद्भूतानि तानि शुभाशुभानि च॥"
अर्थात: पूजा, यज्ञ आदि देवकार्य में जो भी घटना घटती है — वह शुभ या अशुभ संकेत के रूप में मानी जाती है।
ऐसी घटनाओं पर कैसा हो हमारा दृष्टिकोण?
इन सभी घटनाओं का उद्देश्य डराना नहीं है, बल्कि चेताना है। यदि कोई वस्तु पूजा के समय गिर जाए, तो हमें:
घबराना नहीं चाहिए
मन शांत रखना चाहिए
ईश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए
और अपनी गलतियों का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए
कई बार ये संकेत हमें सुधार का अवसर देने आते हैं।
समझिए संकेत, करें साधना
पूजा करते समय वस्तुओं का गिरना केवल एक संयोग नहीं, बल्कि ब्रह्मांड की ओर से भेजे गए संकेत हो सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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