Tejas MK1 Fighter Jet Upgrade: भारतीय वायुसेना के स्वदेशी तेजस Mk1 फाइटर जेट को साल 2026 से अपग्रेड करने की योजना शुरू की जाएगी. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) 40 विमानों को अपग्रेड करेगी. ओवरहॉल के तहत जेट्स की मशीनरी की जांच, मरम्मत और नए पार्ट्स लगाए जाएंगे.
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Tejas MK1 Fighter Jet Upgrade: भारतीय वायुसेना की शक्ति में स्वदेशी तेजस फाइटर जेट चार चांद लगाता है. अब जल्द ही तेजस Mk1 लड़ाकू विमान को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि आधुनिक जमाने के लड़ाकू विमानों को टक्कर दे सके. 2026 से तेजस Mk1 फाइटर जेट को अपग्रेड करने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा. इसे चरणबद्ध तरीके से अपग्रेड किया जाना है. बता दें कि ये भारत का स्वदेशी फाइटर जेट है, जिसको अपग्रेड करके और भी ताकतवर बनाया जाएगा.
2026 से अपग्रेड प्रोग्राम शुरू होगा
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने योजना बनाई है कि साल 2026 से अपग्रेड प्रोग्राम के तहत तेजस Mk1 के बेड़े को विकसित किया जाएगा. तेजस Mk1 के 40 विमानों को अपग्रेड किया जाएगा, जिनमें से 32 सिंगल सीट फाइटर और 8 ट्विन सीट ट्रेनर हैं. इन्हें उन्नत किया जाएगा.
क्या-क्या अपग्रेड किया जाएगा?
अपग्रेड की प्रक्रिया में एवियोनिक्स, रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और वेपन सिस्टम शामिल हैं. जैसे पुराने ELM-2032 मल्टीमोड रडार को बदलकर ELM-2052 AESA रडार लगाया जा सकता है. अपग्रेड के साथ ही तेजस Mk1 विमानों का ओवरहॉल भी होगा. इससे लंबे टाइम तक ये फाइटर जेट्स आधुनिक युद्ध में प्रासंगिक बने रहेंगे.
ओवरहॉल क्या होता है?
ओवरहॉल का मतलब है किसी भी फाइटर जेट की मशीनरी और सिस्टम की व्यापक जांच की जाती है, फिर इसकी मरम्मत की जाती है. जेट के खराब या क्षतिग्रस्त पार्ट्स को हटाया जाता है और नए और लेटेस्ट पार्ट्स लगाए जाते हैं.
तेजस MK1 फाइटर जेट में क्या खास?
- तेजस MK1 भारत का स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान है.
- इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित किया गया है,
- 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल सुपरसोनिक जेट है.
- ये हवा से हवा और हवा से जमीन, दोनों तरह के मिशनों में सक्षम है.
- तेजस Mk1A में 62% से अधिक स्वदेशी सामग्री लगी हुई है.
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