DNA Analysis: साहिबा बानो नाम की मुस्लिम महिला के पास दो आधार कार्ड हैं. एक में महिला का नाम 'साहिबा बानो' लिखा है और दूसरे में 'खुशी तिवारी'. लेकिन दोनों आधार कार्ड में डेट ऑफ बर्थ और बाकी इन्फॉर्मेशन सेम लिखा हुआ है.
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DNA Analysis: करोड़ों लोग जब धर्म कथा सुन रहे होते हैं, तब कुछ अपराधी भी होते हैं जो उन आपबीती सुनाने वालों में अपना नया टारगेट ढूंढ रहे होते हैं. यूपी के खुशीनगर जनपद के हाटा कोतवाली क्षेत्र में 'साहिबा बानो' नाम की एक मुस्लिम महिला ने 'खुशी तिवारी' बनकर एक व्यक्ति को ऐसे ही अपना शिकार बनाया. शादी का झूठा प्रस्ताव दिया और फिर लूट कर उसकी हत्या कर दी. शादी का मकसद प्रॉपर्टी हड़पना था.
दरअसल, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के चरणों में बैठा इंद्र कुमार तिवारी नाम का एक शख्स अपनी बेबसी की कहानी बयान कर रहा था. उसने महाराज जी से कहा, 'शादी नहीं हुई महाराज. उम्र 45 हो गई है. 18 एकड़ जमीन है, लेकिन वंश कैसे आगे बढ़ेगा?'
#DNAWithRahulSinha | इंद्र कुमार शादी करने गए, लुट गए और मारे गए, साहिबा बानो ने खुशी तिवारी बनकर मार डाला#DNA #Kushinagar #UttarPradesh @RahulSinhaTV pic.twitter.com/dBhkDrceN7
— Zee News (@ZeeNews) June 30, 2025
यह वीडियो सोशल मीडिया के जरिए गोरखपुर की साहिबा बानो तक पहुंचा. इस वीडियो में उसे न प्यार दिखा, न ही पीड़ा. बस एक ही चीज नजर आई—18 एकड़ जमीन. फिर क्या, उस महिला ने अपना नाम बदला, साहिबा से बन गई खुशी तिवारी, और फर्जी शादी रचाकर एक हलफनामा बनवाया. इस एफिडेविट में यह लिखवाया कि उनके मरने के बाद उनकी सारी संपत्ति उनकी पत्नी खुशी तिवारी के नाम हो जाएगी. और फिर अपने कथित प्रेमी और पति कौशल और ड्राइवर सैमुद्दीन के साथ मिलकर चाकू से वार करके उनको मार डाला.
साहिबा बानो नाम की इस मुस्लिम महिला के दो आधार कार्ड हैं. एक में महिला का नाम 'साहिबा बानो' लिखा है और दूसरे में 'खुशी तिवारी'. लेकिन दोनों आधार कार्ड में डेट ऑफ बर्थ और बाकी इन्फॉर्मेशन सेम लिखा हुआ है.
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
मामले का खुलासा तब हुआ जब 6 जून को हाटा कोतवाली क्षेत्र के NH 28 पर झाड़ियों में हत्या कर फेंकी हुई एक लाश बरामद हुई. इस व्यक्ति की पहचान इंद्र कुमार तिवारी, जबलपुर, मध्य प्रदेश के निवासी के तौर पर हुई. मध्यप्रदेश पुलिस से संपर्क करने पर पता चला कि इंदर तिवारी 3 जून को जबलपुर से खुशी तिवारी नाम की महिला से शादी करने के लिए गोरखपुर निकले थे. साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी का कथित प्रेमी और पति कौशल ने खुद को खुशी का भाई बताया था और प्लानिंग के तहत इंद्र कुमार तिवारी को गोरखपुर बुलाया था. 3 जून को इंदर तिवारी जब गोरखपुर पहुंचे तो साहिबा बानो ने इंद्र तिवारी को अपने कमरे में रखा. इसके बाद 5 जून को प्लानिंग के तहत कुशीनगर के कसिया में आइडियल होटल के एक कमरे में ले आए. 6 जून को नकली शादी का नाटक रचा गया. जिसमें सिंदूर दान करवाया गया. इस रस्म और रिवाज का पूरा वीडियो बनाया गया. इसके बाद इंदर तिवारी को धोखे से नशे की गोलियां खिलाई गईं. फिर हाटा के सुकरौली क्षेत्र में ले जाकर चाकू से वार करके मार डाला गया.
संपत्ति हड़पने के लिए की हत्या
संपत्ति हड़पने के लिए इन्होंने पूरी घटना को अंजाम दिया. इंदर तिवारी शादी के लिए जो पैसा और ज्वेलरी लेकर आए थे, वो लेकर ये लोग फरार हो गए. पुलिस ने सीटीआर, सीसीटीवी और टेक्निकल सर्विलांस पर काम करते हुए तीनों अभियुक्तों को पकड़ लिया है. इनको जेल भेजा जा रहा है.
यह घटना हमारे और आपके लिए एक बड़ा सबक है. अपनी पर्सनल बातें या समस्या सार्वजनिक स्थलों पर शेयर करना कितना खतरनाक हो सकता है, ये घटना उसकी एक मिसाल है. भविष्य में हमें ऐसा करने से पहले ध्यान रखने की जरूरत है. सोशल मीडिया के जमाने में ऐसी बातें हजारों लोगों तक पहुंचती है और अपराधी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे रील या वीडियो को देखकर आपको अगला टारगेट बना सकते हैं.