सऊदी अरब के लिए ईरान भले एक चुनौती बनता जा रहा हो, लेकिन इस मुल्क को सबसे अधिक खतरा तो अपने ही पड़ोस में यानी यमन में रहने वाली हूती विद्रोहियों से है. इनसे निपटने के लिए अब सऊदी अरब को एक गजब का वेपन मिला है.
सऊदी अरबी को हाल ही में THAAD मिसाइल सिस्टम मिल गया है, जिसकी गुरुवार को तैनाती भी हो गई है. दरअसल, सऊदी अरब ने THAAD की अमेरिका से डील ट्रंप के पहले कार्यकाल में की थी.
THAAD मिसाइल सिस्टम को अमेरिका की डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. सऊदी में जवानों ने THAAD को पूरी तरह से ऑपरेशनल कर दिया. माना जा रहा है कि ये ‘सऊदी विजन 2030’ की ओर बढ़ते कदम हैं.
THAAD मिसाइल सिस्टम का रडार 2000 किमी दूर से दुश्मन को ट्रैक कर सकता है. वैसे इसकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर है. इसके अलावा, ये 150 किलोमीटर ऊंचाई तक की बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर उन्हें किल कर सकता है.
बता दें कि इससे पहले अमेरिका THAAD मिसाइल सिस्टम को अक्टूबर 2024 में इजरायल में भी तैनात किया कर चूका है. अब हूती विद्रोहियों को दिक्कत हो गई है. इनके पास तगड़ी मिसाइलें हैं, THAAD इन्हें ट्रैक करके खत्म कर देगा.
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