Pakistan in UN Assembly: पाकिस्तान ने UN में दावा किया है कि अफगानिस्तान की धरती से TTP, BLA जैसे आतंकी संगठन मिलकर उसकी बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं पर हमले कर रहे हैं. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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Pakistan News Today: पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को बताया किया है कि उसे इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन उसकी बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं को निशाना बना रहे हैं. इन आतंकी संगठनों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और मजीद ब्रिगेड एक साथ मिलकर नुकसान पहुंचा रहे हैं.
पाकिस्तान ने दावा किया कि इन आतंकी संगठनों की सरगर्मियां अफगानिस्तान के उन इलाकों से संचालित हो रही हैं, जहां कोई सरकारी नियंत्रण नहीं है. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि एंबेसडर आसिम इफ्तिखार अहमद ने सोमवार (7 जुलाई) को UN जनरल असेंबली को संबोधित करते हुए कहा कि इन आतंकी संगठनों ने हाल के हफ्तों में पाकिस्तान के खिलाफ हमलों को तेज कर दिया है.
आसिम इफ्तिखार अहमद ने कहा कि अफगानिस्तान से आतंकवादी पाकिस्तान पर हमला करने के लिए जिन हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वे वही हैं जो 2021 में इंटरनेशनल फोर्सेज के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद वहीं छोड़ दिया था. उन्होंने कहा, "इन हथियारों का इस्तेमाल करके आतंकियों ने हाल के दिनों में पाकिस्तान पर बेहद खतरनाक और आधुनिक तकनीक वाले हमले किए हैं."
पाक एंबेसडर इफ्तिखार अहमद ने आगे कहा कि एक अंदाजे के तहत अफगानिस्तान की जमीन से 6 हजार टीटीपी के लड़ाके वारदात को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने जोर देते हुए कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अफगानिस्तान दोबारा आतंकियों की शरणस्थली न बने, जो अपने पड़ोसी देशों के साथ पूरी दुनिया की शांति को खतरे में डालें."
संयुक्त राष्ट्र में आसिम इफ्तिखार अहमद का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में हाल ही में आतंकी हिंसा में तेजी आई है. 28 जून को उत्तर वजीरिस्तान में एक आत्मघाती हमले में 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे, जबकि बाजौर में सड़क किनारे बम धमाके में एक सहायक आयुक्त समेत पांच सीनियर अधिकारी मारे गए थे.
इस बीच पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पहली बार एडिशनल सेक्रेटरी लेवल की बातचीत हुई. यह बैठक अप्रैल में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की अफगान यात्रा के बाद तय हुई थी. इस बैठक में व्यापार, ट्रांजिट, संपर्क और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत हुई.
दोनों पक्षों ने आतंकवाद को क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा बताया और कहा कि सुरक्षा को सुनिश्चित किए बिना विकास संभव नहीं है. पाकिस्तान ने खास तौर पर अफगानिस्तान की जमीन से संचालित हो रहे आतंकी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की.
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