Drone Attack in Punjab: कल रात पंजाब में हुए पाकिस्तानी ड्रोन हमले में तीन लोग घायल हुए हैं, जिसमें एक महिला भी शामिल हैं. पुलिस ने बताया है कि पंजाब में यह इकलौता ड्रोन गिरा है, बाकि ज्यादातर हमलों को सेना ने निरस्त कर दिया है. जानें कैसी है घायलों की हालात...
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Drone Attack in Punjab: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए है. कल रात पाकिस्तान के ड्रोन हमले में पंजाब को निशाना बनाया गया था, जिसमें तीन लोगों की घायल हो गई है. हमले पंजाब के फिरोजपुर शहर के बाहरी इलाके में किए गए है.
पंजाब पुलिस के अधीक्षक भूपिंदर सिंह सिद्धू ने मीडिया को बताया कि एक ही परिवार के तीन लोगों को इन हमलों की वजह से जलने के चोट आए है. घायल हुए तीन लोगों में एक महिला भी शामिल है. अधीक्षक भूपिंदर सिंह ने बताया कि जिले में यह इकलौता ड्रोन हमला था, बाकि ज्यादातर ड्रोन हमले को भारतीय सेना ने असफल कर दिया है.
घर पर गिरा ड्रोन
इसके साथ ही पुलिस अधिकारीयों ने मीडिया को बताया कि धमाका ड्रोन के कारण हुआ, जिसे बाद एयर डिफेंस टीम ने इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया. ड्रोन फिरोजपुर के गांव में एक घर के पास गिरा था, जिससे घर के बाहर खड़ी सीएनजी कार में आग लग गई. बाद में आग फैल गई थी.
हमले मे तीन लोग घायल
घायलों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. घायल हुए लोगों की पहचान लखविंदर सिंह, मोनू सिंह और सुखविंदर कौर के रूप में हुई है. साथ ही कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि शनिवार की सुबह जालंधर और पठानकोट शहरों में भी ड्रोन धमाके हुए है.
'फरिश्ते योजना' के तहत घायलों की मदद
पंजाब मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को युद्ध और आतंकी हमलों के शिकार पीड़ितों को 'फरिश्ते योजना' के में शामिल करने को मंजूरी दी. इस योजना के तहत घायलों को मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में जल्द से बिना किसी झंझट इलाज कराने और आम जनता को घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित करने के मसकद से 2024 की 'फरिश्ते योजना' का दायरा बढ़ाया गया है. 'फरिश्ते योजना' के दायरे का बढ़ाने का मकसद युद्ध और आतंकी घटनाओं में घायल लोगों की मृत्यु और बीमारी की दर को कम करना है.
अधिकारियों को हाई अलर्ट के निर्देश
भारत-पाकिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी अग्निशमन कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और संवेदनशील इलाकों पर 24 घंटे तैनाती के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही मंत्री रवजोत सिंह के एक बयान में अधिकारियों को मॉक ड्रिल करने, सभी उपकरणों को एक्टिव रखने और इमरजेंसी में सेना से जल्द संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही अधिकारियों को हाई अलर्ट रहने और फोन 24 घंटे ऑन रखने के भी निर्देश दिए गए है.