Waqf Amendment Bill 2024: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बीजेपी के सहयोगी दलों समेत सभी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों और सांसदों से अपील की है कि वे विधेयक का कड़ा विरोध करें और इसके पक्ष में मतदान न करें.
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Waqf Amendment Bill 2024: मोदी सरकार आज लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश करने जा रही है, जिससे देश की सियासत गरमा गई है. स्लिम संगठन इस बिल को मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला बता रहे हैं, जबकि विपक्षी दल इसे सरकार की एकतरफा नीति करार दे रहे हैं.विपक्ष ने एनडीए के सहयोगी दलों, खासकर जदयू के नीतीश कुमार और टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू को निशाने पर लिया है, क्योंकि उनकी पार्टियों के पास संसद में अहम संख्या है.विरोधी दलों का कहना है कि यह बिल वक्फ संपत्तियों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाने की कोशिश है.वहीं, सरकार इसे पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में एक अहम कदम बता रही है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बीजेपी के सहयोगी दलों समेत सभी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों और सांसदों से अपील की है कि वे विधेयक का कड़ा विरोध करें और इसके पक्ष में मतदान न करें. AIMPLB के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा कि यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14, 25 और 26 के तहत मिले मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है. उन्होंने इसे ‘भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडे’ को आगे बढ़ाने की कोशिश बताया और सभी विपक्षी दलों से इसे रोकने के लिए एकजुट होने की अपील की.
अखिलेश का बीजेपी पर हमला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वक़्फ़ संशोधन बिल 2024 का विरोध किया है. संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी इस बिल का कड़ा विरोध करेगी. जिन लोगों के लिए यह बिल लाया गया है, उनकी राय को अहमियत नहीं देना सबसे बड़ी नाइंसाफ़ी है." उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, "बीजेपी को ज़मीन से बेहद प्यार है. उत्तर प्रदेश में देखा गया कि कुछ ही मिनटों में करोड़ों का मुनाफ़ा कमा लिया गया. अब वे वक़्फ़ बोर्ड की ज़मीनों को बेचने की साजिश कर रहे हैं."
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार अल्पसंख्यकों की संपत्तियों पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी इस बिल के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी और इसे संसद में पास नहीं होने देगी.
इमरान मसूद का बीजेपी पर हमला
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने वक्फ संशोधन बिल को देश के लिए खतरनाक बताया और कहा कि यह संविधान की धाराओं को ओवरलैप कर रहा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 78 फीसद वक्फ संपत्तियों, जिनमें पुरानी मस्जिदें भी शामिल हैं, को सरकारी संपत्ति घोषित कर दिया गया है. मसूद ने सरकार पर इल्जाम लगाया कि कोई भी संपत्ति वक्फ नहीं मानी जाएगी जब तक नामित अधिकारी उसकी जांच न कर लें, जिससे विवादित संपत्तियां वक्फ के दायरे से बाहर हो जाएंगी.
शर्मिला रेड्डी ने मोदी सरकार पर बोला हमला
आंध्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख वाई एस शर्मिला रेड्डी ने वक्फ संशोधन विधेयक की निंदा करते हुए इसे मुस्लिमों की धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताया. उन्होंने इसे अल्पसंख्यकों को दबाने की साजिश और संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन करार दिया. शर्मिला ने कहा कि यह बिल मोदी सरकार की मुस्लिम भावनाओं को आहत करने की कोशिश का हिस्सा है और इसे भारत के लिए "काला दिन" बताया.
उन्होंने विधेयक में वक्फ संपत्तियों की सरकारी निगरानी और 300 साल पुराने दस्तावेजों की अनिवार्यता को लेकर चिंता जताई. उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधेयक सरकार को वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण देकर उन्हें मोदी के सहयोगियों को सौंपने का रास्ता खोलता है. शर्मिला ने टीडीपी और जन सेना के समर्थन को "शर्मनाक" बताया और चंद्रबाबू नायडू के "पाखंड" की आलोचना की.
नीतीश से पप्पू यादव ने की ये अपील
पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने वक्फ संशोधन बिल पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार रोजगार और देश के विकास पर चर्चा करने के बजाय केवल ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है. पप्पू यादव ने नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और चिराग पासवान समेत कई नेताओं से अपील की कि वे इस विधेयक पर मतदान के दौरान अपनी विचारधारा (आइडियोलॉजी) का ध्यान रखें और सही फैसला लें.
कांग्रेस सांसद का बीजेपी पर हमला
वहीं, कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने इस बिल का विरोध करते हुए कहा कि अगर यह किसी विशेष समुदाय को "अस्थिर" करने की कोशिश करता है, तो वे इसका कड़ा विरोध करेंगे. उन्होंने मांग की कि विपक्ष की चिंताओं को लोकतांत्रिक तरीके से सुना जाए और सरकार इसे ज़बरदस्ती पारित न करे.
जेपीसी चीफ पर संगीन इल्जाम
कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा कि पूरा विपक्ष वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ है और इसे संसद में पूरी ताकत से विरोध करेगा. उन्होंने बताया कि INDIA गठबंधन के नेताओं ने सर्वसम्मति से इस बिल का विरोध करने का फैसला किया है. कांग्रेस नेता खलीकुर रहमान ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि संशोधन प्रक्रिया असंवैधानिक तरीके से चलाई जा रही है और संयुक्त संसदीय समिति (JPC) ने विपक्ष की सिफारिशों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया.
मोदी सरकार पर हमला
केंद्र सरकार द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक को संसद में पेश किए जाने से पहले, कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने कहा कि अगर यह बिल किसी विशेष समुदाय को कमजोर करने की कोशिश करेगा, तो कांग्रेस इसका विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने लोकसभा में इस मुद्दे पर 8 घंटे की बहस के लिए सहमति दी है, लेकिन सरकार को विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों को ध्यान में रखना चाहिए और JPC (संयुक्त संसदीय समिति) की तरह इसे जबरदस्ती पास नहीं कराना चाहिए.