NCC cadets climb Mount Everest: नेशनल कैडेट कोर (NCC) की एक युवा पर्वतारोही टीम ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी 'माउंट एवरेस्ट'(Mount Everest) पर सफल चढ़ाई की है, जिसमें 5 लड़के और 5 लड़कियां शामिल थीं.
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NCC cadets climb Mount Everest: नेशनल कैडेट कोर (NCC) की एक युवा पर्वतारोही टीम ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी 'माउंट एवरेस्ट'(Mount Everest) पर सफल चढ़ाई की है. गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली नेशनल कैडेट कोर की इस टीम को सम्मानित किया, जिसकी फोटो उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर की है.
Had a wonderful interaction with the National Cadet Corps (NCC) Mountaineering Expedition Team, comprising five girls and five boys aged an average of 19 years, who successfully scaled the Mount Everest.
Lauded their courage, resilience and composure during the expedition.… pic.twitter.com/mmeHlkyFJV
— Rajnath Singh (rajnathsingh) June 12, 2025
इस पर्वतारोही दल में पांच युवक और पांच युवतियां शामिल थीं. सबसे खास बात ये है कि इन सभी की औसत आयु केवल 19 वर्ष है. इतनी कम उम्र में इन कैडेट्स ने माउंट एवरेस्ट की सफलतापूर्वक चढ़ाई पूरी की है. इस अभियान में सबसे युवा कैडेट की उम्र मात्र 16 वर्ष थी. इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टीम को 10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया.
नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट्स ने रक्षा मंत्री से अपने अनुभव शेयर किए. उन्होंने बताया कि किस तरह कड़ी ट्रेनिंग प्रक्रिया व योजना पर बारीकी से काम किया गया. साथ ही किस प्रकार की चुनौतियों का सामना किया और कठिन परिस्थितियों के बावजूद साहस और धैर्य बनाए रखते हुए इस सफलता को हासिल किया.
रक्षा मंत्री ने कहा कि टीम ने अनुशासन, धैर्य, साहस और संयम की कसौटी पर खरा उतरते हुए देश का नाम रोशन किया है. राजनाथ सिंह ने कैडेट्स को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया. उन्होंने कहा कि इस अभियान ने यह संदेश दिया है कि देश का युवा विश्व की सबसे ऊंची चोटी पर भी विजय प्राप्त कर सकता है.
उन्होंने विश्वास जताया कि ये कैडेट्स भविष्य की चुनौतियों का भी इसी साहस और संकल्प से सामना करेंगे. रक्षा मंत्री ने एनसीसी की उस भूमिका की सराहना की, जिसके माध्यम से कैडेट्स में राष्ट्रप्रेम की भावना के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनने तथा सामाजिक कौशल विकसित करने का अवसर मिलता है. उन्होंने उन परिवारों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस अभियान में कैडेट्स का पूरा सहयोग किया.
एजेंसी-आईएएनएस