पुणे पुलिस ने एमएसआरटीसी स्वारगेट बस डिपो दुष्कर्म मामले में 893 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है. पुलिस के मुताबिक, 25 फरवरी की अलसुबह सरकारी बस डिपो में खड़ी महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन निगम (MSRTC) की बस के अंदर 26 साल की महिला के साथ दत्तात्रेय गाडे ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया था.
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Pune Rape case: पुणे पुलिस ने एमएसआरटीसी स्वारगेट बस डिपो दुष्कर्म मामले में 893 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है. पुलिस के मुताबिक, 25 फरवरी की अलसुबह सरकारी बस डिपो में खड़ी महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन निगम (MSRTC) की बस के अंदर 26 साल की महिला के साथ दत्तात्रेय गाडे ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया था. पुलिस अफसर ने कहा, ‘अपने (अभियोजन के) मामले को पुख्ता बनाने के लिए हमने आरोप पत्र में भौतिक, जैविक, तकनीकी, परिस्थितिजन्य और वैज्ञानिक साक्ष्य शामिल किए हैं. हमने इन्हें चिकित्सा, साइबर, ध्वनि और फॉरेंसिक क्षेत्रों के विशेषज्ञों की मदद से हासिल किया है.’
82 गवाहों के बयान दर्ज
अधिकारी ने बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमएफसी) की अदालत में दाखिल 893 पन्नों के आरोप पत्र में 82 गवाहों के बयान शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, पीड़िता सतारा जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी गाडे ने खुद को कंडक्टर बताते हुए उसे टोका. मदद की पेशकश करने के बहाने आरोपी उसे एक खाली बस में ले गया, दरवाजे बंद कर दिए और बस के अंदर उसका रेप करके फरार हो गया. करीब आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहे गाडे को ड्रोन और खोजी श्वान की मदद से शिरुर तहसील के अंतर्गत उसके पैतृक गांव गुनात के पास एक खेत से पकड़ा गया.
मामले पर हुई थी सियासत
इस केस को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा था. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई थी. पुणे में महिला से बस में हुए रेप के मामले ने महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए थे.
इस केस को लेकर राकांपा (शरदचंद्र पवार) की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि के लिए सोमवार को महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को ऐसे मामलों की पीड़िताओं के प्रति अधिक संवेदनशील रुख अपनाना चाहिए.