झारखंड के लातेहार जिले में मुसलादार बारिश के कारण कोलपटीया गांव का मुख्य पुल टूट गया है, जिससे आधा दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क बालुमथ प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह टूट गया है. इससे ग्रामीणों को इलाज, शिक्षा और अन्य जरूरी सेवाओं तक पहुंचने में बहुत परेशानी हो रही है. वहां के स्थानीय लोग कई बार पुल मरम्मत की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
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jharkhand flood: झारखंड के लातेहार जिले में महीनों से हो रही मुसलादार बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावीत किया है. लातेहार जिले के कोलपटीया गांव का पुल टूट गया है, जिससे आधा दर्जन गांवों के संपर्क बालूमाथ प्रखंड मुख्यलाय से पूरी तरह से कट गया है. पुल टूट जाने के कारण ग्रीमीणों की दैनिक जिंदगी गहरे संकट आ गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल कि मरम्मत को लेकर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगाया जा चुका है , लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
ग्रामीणों ने बताया कि पुल टूट जाने से जब कोई गंभीर रूप बीमार व्यक्ति या गर्भवती महिला को इलाज के लिए बालूमाथ मुख्यालय आना पड़ता है, तो मरीज को घर से डोली या खाट में सुलाकर मुख्य सड़क तक लाते है उसके बाद चार पहिया वाहन से उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाते है जो काफी कष्टप्रद होता है .
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कोलपटीया गाँव का पुल टूट जाने से तुरीसुद, महूवादार, बुचुवाटांड़, धिपना, कोलपटीया,जीपुवा, समेत आधा दर्जन से अधिक गांव के लोगों की जिंदगी थम सी गयी है. न लोग प्रखंड मुख्यालय जा पा रहे न गांव तक एम्बुलेंस या चार पहिया वाहन, ना ही समय पर बच्चे स्कूल जा पा रहे है.
ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल टूट जाने से क्षेत्र में जीवन बसर करने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । यहां तक कि बच्चों का पढ़ाई भी बाधित हो रही है एवं गांव तक एम्बुलेंस या चार पहिया वाहन भी नही जा पा रहा है. जिससे मरीजो और गर्भवती महिलाओं को खाट में सुलाकर मुख्य सड़क तक लाना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया लेकिन अब तक कोई पहल नही किया गया. ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त से पुल मरम्मती कराने की गुहार लगाई है ताकि लोगो का जीवन सामान्य रूप से चल सके.
इनपुट: संजीव कुमार गिरी