महाराष्ट्र ATS ने भी एक जासूस को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए जासूस ने लड़की के चक्कर में भारतीय नौसेना के कई युद्धपोत और पनडुब्बियों से जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी एजेंट्स को दी है.
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Maharashtra ATS: भारत में लगातार पाकिस्तानी जासूस पकड़े जा रहे हैं. ज्योति मल्होत्रा से शुरुआत हुई और अब तक कई जासूस एजेंसियों के चंगुल में फंस चुके हैं. हाल ही में महाराष्ट्र एटीएस ने एक जूनियर डिफेंस कांट्रैक्टर रविंद्र मुरलीधर वर्मा को इसी आरोप में गिरफ्तार किया है. 27 वर्षीय रविंद्र मुरलीधर पर आरोप है कि उसने भारतीय नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान से जुड़े एजेंटों को दी. इसमें 14 युद्धपोतों की जानकारी शामिल है, जिनमें से 5 जानकारी पूरी तरह सही और गोपनीय पाई गई है.
इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुरलीधर करासनी डिफेंस टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड में काम करता था. यह कंपनी भारतीय नौसेना डॉकयार्ड, मझगांव डॉक और कोस्ट गार्ड जैसे मुख्य रक्षा संस्थानों की मरम्मत करती है. इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट में होने की वजह से उसे खुफिया नौसैनिक क्षेत्रों में जाने की अनुमति थी. जिसका फायदा उठाकर वर्मा ने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देनी शुरू कर दी.
रिपोर्ट के मुताबिक जब मुरलीधर के खिलाफ जांच की गई तो पता चला कि उसको 2024 में 'पायल शर्मा' और 'इशप्रीत' नाम के फर्जी फेसबुक अकाउंट्स से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी. बताया गया कि यह अकाउंट्स फर्जी नाम का सहारा लेकर पाकिस्तानी एजेंट चला रहे थे. पायल शर्मा और इशप्रीत ने खुद को भारतीय नौसेना से जुड़ी रिसर्चर के तौर पर पेश किया. इन लोगों में होने वाली बात कुछ ही हफ्तों में भावनात्मक स्तर तक पहुंच गई.
वर्मा ने भावनात्मक जुड़ाव और पैसों के बदले जानकारी साझा करनी शुरू कर दी. पुलिस के मुताबिक वह जानता था कि वह किसे और क्या जानकारी दे रहा है. नौसेना क्षेत्रों में मोबाइल फोन ले जाना मना है लेकिन वर्मा ने नियमों को तोड़ते हुए जानकारियां याद कर लीं और बाद में स्केच, डायग्राम या ऑडियो मैसेज के तौर पर पाकिस्तान भेज दीं. रविंद्र मुरलीधर वर्मा की मां का कहना है कि उसका बेटा एक महिला के जाल में फंस गया था और उसे ब्लैकमेल किया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक उसने 11 मार्च 2025 के एक ऑडियो में मुरलीधर कहता है,'मैं आज सारे शिप देखकर आया हूं. सब कुछ डायरियों में लिखा है और आपको भेज दिया है.' इतना ही नहीं अगले दिन उसने 14 नौसेना जहाजों की जानकारी वाली डायरी की फोटो भी भेजी, जिनमें 5 जहाजों की जानकारी गोपनीय थी. इस संबंध में जांच अभी जारी है और एजेंसियां पता लगा रही हैं कि कहीं कोई बड़ा जासूसी नेटवर्क तो इसमें शामिल नहीं है.