Nimisha Priya Case: यमन में मौत की सजा काट रही केरल में जन्मी निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टल गई है. भारत सरकार लगातार निमिषा के परिवार के संपर्क में है. मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमले लॉयर अपॉइंट किया है.
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Nimisha Priya Case: यमन में मौत की सजा काट रही केरल में जन्मी निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टल गई है. 16 जुलाई को उन्हें फांसी दी जाने वाली दी लेकिन इसे अब टाल दिया गया है. इस मामले वैश्विक स्तर तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. अब भारत सरकार भी सख्त हो गई है. मामले को लेकर भारत सरकार लॉयर अपॉइंट किया है, उनके परिवार के साथ सरकार संपर्क कर रही है. भारत अपने मित्र देशों के भी साथ भी संपर्क साध रहा है.
निमिषा के संपर्क में भारत
इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हम परिवार के साथ साथ निमिषा के भी संपर्क में हैं. काउंसिलिंग भी कराई जा रही है.इन्हीं प्रयासों की वजह से फिलहाल यमन के लोकल अथॉरिटीज ने फांसी को टाला है. इसके अलावा कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और भारत सरकार इस मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि निमिषा प्रिया के केस में भारतीय दूतावास लगातार स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं. निमिषा प्रिया के परिजनों को हर तरह से सुझाव दिया जा रहा है, इसके अलावा उन्हें कानूनी पहलुओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है. यहां तक की भारतीय दूतावास ने निमिषा के परिजनों को पीड़ित परिवार के परिजनों से मिलाने में भी मदद की है. ताकि इन दोनों परिवारों की सीधी बात हो सके.
क्या है मामला
निमिषा प्रिया केरल की रहने वाली हैं, ये साल 2008 में नौकरी की तलाश में यमन गई थीं. यहां पर वो एक स्थानीय यमनी नागरिक तलाल मेहदी के साथ पार्टनरशिप में अस्पताल चला रही थी, हालांकि दोनों के रिश्तों में कुछ दिन बाद ही दरार आ गई, यमनी अधिकारियों ने बताया कि निमिषा ने तलाल से अपना पासपोर्ट वापस लेने की कोशिश में उसे बेहोशी की दवा दी. इस दवा कि वजह से तलाल मेहदी की मौत हो गई. उसकी मौत के बाद निमिषा और एक और नर्स ने उसके शव के टुकड़े कर दिए और उसे पानी के टैंक में फेंक दिया. निमिषा प्रिया ने कत्ल के आरोपों को चुनौती दी है लेकिन यमन की अदालतों ने उनकी अपील खारिज कर दी है.
यमन की जेल में बंद भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "यह एक संवेदनशील मामला है और भारत सरकार इस मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है और स्थानीय अधिकारियों और परिवार के सदस्यों के साथ लगातार संपर्क में हैं। pic.twitter.com/uw1sVlOuz7
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) July 17, 2025