Tushar Gandhi: महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने हाल ही में RSS को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि RSS देश की आत्मा में कैंसर फैला रहा है. उनके इस बयान की वजह से उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा.
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Tushar Gandhi: केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के नेय्यातिंकारा में बुधवार शाम उस समय तनाव बढ़ गया जब आरएसएस कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी के खिलाफ प्रदर्शन किया. यह विरोध तब हुआ जब तुषार गांधी गांधीवादी प्रतिनिधि गोपीनाथन नायर की प्रतिमा के अनावरण समारोह में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने RSS को लेकर तीखा बयान दे दिया. तुषार गांधी ने RSS पर देश की आत्मा में कैंसर फैलाने का आरोप लगाया था.
तुषार गांधी ने अपने भाषण में कहा,'देश की आत्मा को कैंसर हो गया है और संघ परिवार (RSS) इसे फैला रहा है.' इस बयान से बीजेपी और आरएसएस कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने माफी की मांग की, लेकिन तुषार गांधी ने अपने बयान से पीछे हटने से इनकार कर दिया और 'गांधी अमर रहे' के नारे लगाते हुए वहां से चले गए.
VIDEO | Agitated over the remark of Tushar Gandhi, great grandson of Mahatma Gandhi, against the Sangh Parivar, RSS and BJP workers protested against him in Kerala's Neyyattinkara on Wednesday.
(Full video available on PTI Videos- https://t.co/dv5TRAShcC) pic.twitter.com/WC4VICw3Fw
— Press Trust of India (@PTI_News) March 13, 2025
प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और उनकी कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन तुषार गांधी ने भी 'आरएसएस मुर्दाबाद' और 'गांधी जिंदाबाद' के नारे लगाकर उनका जवाब दिया.
दूसरी तरफ केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) ने आरएसएस-बीजेपी कार्यकर्ताओं की हरकतों की कड़ी निंदा की. केपीसीसी अध्यक्ष के सुधाकरन ने इसे केरल के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का अपमान बताया और आरोप लगाया कि बीजेपी-आरएसएस को गोडसे का भूत सता रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि केरल में ऐसी सांप्रदायिक ताकतों के लिए कोई जगह नहीं है, जो गांधी का अपमान करें और गोडसे की तारीफ करें. संघ परिवार देश की आत्मा के लिए कैंसर बन चुका है और यह धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के लिए खतरा है. इसमें गलत क्या है? आरएसएस और बीजेपी के कार्यकलाप गांधी के अपमान के समान हैं.
सुधाकरन ने सत्ताधारी सीपीएम (कम्युनिस्ट पार्टी) की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और पूछा कि क्या सीपीएम बीजेपी को फासीवादी ताकत मानती है या नहीं. उन्होंने कहा,'केरल की धर्मनिरपेक्ष जनता इस घिनौनी हरकत को माफ नहीं करेगी.'