Operation Sindoor: लोकसभा में सुप्रिया सुले ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा की. उनका ये जेस्चर दिखाता है कि कैसे कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के कार्यों की सराहना की जा सकती है.
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Supriya Sule praises PM Modi: राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप आम बात है और कम ही ऐसा देखा जाता है कि किसी धुर विरोधी पार्टी का कोई नेता प्रधानमंत्री की तारीफ करे. हाल ही में ऐसा ही एक वाकया सामने आया है, सोमवार को एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा की. सुप्रिया सुले की तारीफ ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और सरकार ने भी इसे 'लोकतंत्र की खूबसूरती' बताई है. लोकसभा में सुप्रिया सुले का ये जेस्चर दिखाता है कि कैसे कुछ मुद्दों पर राजनीतिक मतभेद भुलाकर एक-दूसरे के कार्यों की सराहना की जा सकती है.
सुप्रिया सुले ने किस बात पर की पीएम मोदी की तारीफ
सुप्रिया सुले ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद गठित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में विपक्ष के नेताओं को जगह देने के लिए पीएम मोदी की सरहाना की. बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा, 'जब राष्ट्रीय कर्तव्य की बात आती है तो सबसे पहले देश, फिर राज्य, फिर पार्टी और फिर परिवार आता है. प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए विपक्षी नेताओं को नियुक्त करके बड़ा दिल दिखाया है.' सुप्रिया सुले ने आगे कहा, 'जब तक आप उन आतंकवादियों को नहीं पकड़ लेते, तब तक 'ऑपरेशन सिंदूर' सफल नहीं है. जब तक आप आतंकवादियों को नहीं पकड़ लेते, तब तक इसका जश्न नहीं मनाया जा सकता.'
सुप्रिया सुले की तारीफ पर सरकार बोली- ये लोकतंत्र की खूबसूरती
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एनसीपी (एससीपी) सांसद सुप्रिया सुले के संबोधन का वीडियो शेयर करते हुए इसे लोकतंत्र की खूबसूरती बताया. उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा, 'यही हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है. राहुल गांधी को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की मंशा की सराहना करनी चाहिए.'
This is the beauty of our democracy. Shri Rahul Gandhi also should appreciate the intention of PM @narendramodi Ji and his Government. pic.twitter.com/KR9UPPg2Nn
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) July 28, 2025
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल ओवैसी ने संसद में क्या कहा?
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी चर्चा के दौरान अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'मैं अपने सशस्त्र बलों को बधाई देता हूं. उन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाया है. आतंकी शिविर को नष्ट करना सबसे बड़ी उपलब्धि थी. पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और उनके डीप स्टेट भारत को कमजोर करना चाहते हैं.'
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस चल रही है और मंगलवार 29 जुलाई को राज्यसभा में भी इसी तरह की बहस होनी है. संसद ने चर्चा के लिए प्रत्येक सदन में 16 घंटे का समय निर्धारित किया है. लोकसभा की तरह ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राज्यसभा में भी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत करेंगे.
पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर FAQ
1. पहलगाम आतंकी हमला कब और कहां हुआ था?
पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुआ था. इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी.
2. 'ऑपरेशन सिंदूर' क्या है और यह कब चलाया गया?
'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6-7 मई 2025 की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के खिलाफ चलाया गया. यह अभियान 10 मई 2025 तक चला था.
3. पहलगाम आतंकी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बीच क्या संबंध है?
'ऑपरेशन सिंदूर' पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी कैंपों और ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत ताबड़तोड़ हवाई हमले किए. इसका मुख्य उद्देश्य पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाना था.
4. 'ऑपरेशन सिंदूर' का मुख्य उद्देश्य क्या था?
'ऑपरेशन सिंदूर' का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाना था. भारत ने स्पष्ट किया था कि इसका उद्देश्य पाकिस्तान के साथ युद्ध को बढ़ावा देना नहीं था, बल्कि उन आतंकी अड्डों को खत्म करना था, जहां से भारत पर हमले करने की साजिशें रची जाती थीं और आतंकियों को भेजा जाता था.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)