शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में गैस लीक से मचा हड़कंप! मरीजों में दहशत, सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल
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शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में गैस लीक से मचा हड़कंप! मरीजों में दहशत, सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल

Shahjahanpur Medical College News: शाहजहांपुर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर मेडिकल कॉलेज में गैस लीक के नाम पर हड़कंप मच गया.  मरीज और उनके तीमारदार अपनी जान बचाने के लिए बाहर की ओर दौड़ पड़े. 

 

 Shahjahanpur Medical College
Shahjahanpur Medical College

 Shahjahanpur Medical College/शिव कुमार:  उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित पंडित राम प्रसाद बिस्मिल राजकीय मेडिकल कॉलेज में रविवार शाम एक बड़ी घटना सामने आई, जब ट्रामा सेंटर के ऑपरेशन थिएटर में सैनिटाइजेशन के दौरान फॉर्मलीन कैमिकल गिरने से गैस फैल गई. इसके चलते पूरे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई. 

कब की है ये घटना?
घटना शाम करीब साढ़े चार बजे की है, जब ओटी में उपकरणों को सैनिटाइज किया जा रहा था. इसी दौरान फॉर्मलीन केमिकल जमीन पर गिर गया, जिससे गैस बन गई और वह एसी व पंखों के जरिए आसपास के क्षेत्रों में फैल गई. गैस की दुर्गंध से कई लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी शुरू हो गई.स्थिति उस समय और गंभीर हो गई जब ऑक्सीजन लीक होने की अफवाह फैल गई, जिससे अस्पताल में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. मरीजों और उनके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.

तीमारदार ने दावा किया बड़ा
एक तीमारदार ने दावा किया कि भगदड़ के कारण टीबी से पीड़ित एक मरीज की मौत हो गई, लेकिन ज़िला अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने इस बात से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि उक्त मरीज पहले से गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था, और अफवाह के कारण मौत की गलत सूचना फैली. घटना की सूचना मिलते ही डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह, एसपी राजेश द्विवेदी समेत फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं. दमकल विभाग ने विशेष छिड़काव कर गैस के असर को कम किया और हालात पर काबू पाया. 

स्थिति नियंत्रण में
प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के अनुसार गैस की दुर्गंध और असर के कारण कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई, लेकिन फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि सभी मरीज सुरक्षित हैं और अस्पताल में अब स्थिति सामान्य है.

लेकिन सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल
इस घटना के बाद अस्पताल में सुरक्षा प्रबंधों को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के खतरनाक कैमिकल्स के उपयोग और भंडारण में अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए, खासकर ऐसे स्थानों पर जहां गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा हो. 

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