कई लोगों को अक्सर पेट में गैस की शिकायत रहती है, जिसके कारण डेली लाइफ की नॉर्मल एक्टिविटीज को अंजाम देना मुश्किल हो जाता है, ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि पवनमुक्तासन का सहारा लें.
Trending Photos
Pawanmuktasana: अगर आप अपनी जिंदगी में रोजाना कब्ज, गैस, एसिडिटी की परेशानी का सामना कर रहे हैं और तमाम कोशिशों के बावजूद भी इन परेशानियों से छुटकारा पाने में नाकाम हो रहे हैं तो आप 'पवनमुक्तासन' आसन करना शुरू करें. ये आपके लिए वरदान साबित हो सकता है. अगर नियमित रूप से पवनमुक्तासन योग किया जाए तो डाइजेस्टिनव सिस्टम मजबूत बनता है और गैस, कब्ज और एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता है.
पेट की गैस से आजादी
पवनमुक्तासन योगासनों में एक आसन है. जिसे वायु मुक्ति आसन या 'गैस रिलीज पोज' भी कहा जाता है. यह आसन पेट में जमा गैस को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मददगार साबित होता है. चलिए इस आसन के बारे में डिटेल से समझते हैं.
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की तरफ से यूट्यूब चैनल पर पवनमुक्तासन आसन के बारे में विस्तार से बताया गया है. पवनमुक्तासन गैस से भी राहत दिलाता है और इसे पेट को बढ़ने से रोकता है. इससे पेट पर अंदरूनी दबाव पड़ता है जिससे आसन डाइजेशन में मददगार बन जाता है. इसके अलावा यह पेल्विक रीजन की मांसपेशियों, लिगामेंट्स और टेंडन्स के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
कैसे करें प्रैक्टिस?
इस आसन को करने के लिए पहले योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं. दोनों पैर सीधे और हाथ शरीर के पास आराम से रखें. गहरी सांस लें और दाहिने घुटने को छाती की ओर लाएं. दोनों हाथों से घुटने को पकड़ें और हल्का दबाव डालें. सिर को ऊपर उठाएं और ठोड़ी को घुटने की ओर लाने की कोशिश करें.
इस दौरान बायां पैर सीधा रहे. इस पोश्चर में 10-20 सेकंड तक नॉर्मल सांस लें. धीरे से दाहिना पैर सीधा करें और यही प्रॉसेसे बाएं पैर के साथ दोहराएं. दोनों घुटनों को एक साथ छाती की ओर लाएं, हाथों से पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाएं. 20-30 सेकंड तक रुकें।.धीरे से पैरों को नीचे लाएं और सामान्य स्थिति में लौटें. इस आसन को करने से यकीनन आपको जल्द ही इसका फायदा भी दिखेगा.
सावधानी भी जरूरी
हालांकि, इस आसन को करने से पहले कुछ सावधानियां भी बतरनी पड़ती है जैसे कि पेट, कमर या रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट या सर्जरी हुई है तो इस आसन को करने से बचे. गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए. हाई बीपी या हर्निया के मरीजों को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.