गाजियाबाद से सामने आया फर्जी एंबेसी रैकेट अब इंटरनेशनल फ्रॉड की परतें खोलता जा रहा है। इस केस में गिरफ्तार आरोपी हर्षवर्धन जैन से पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। सूत्रों के मुताबिक हर्षवर्धन जैन के नाम से दुबई में 6, मारिशस में 1, UK में 3 और भारत में 1 बैंक खाते की जानकारी मिली है... जांच एजेंसियों का मानना है कि इन बैंक खातों के ज़रिए बड़े पैमाने पर संदिग्ध लेन-देन किया गया... इसके अलावा, हर्षवर्धन को लंदन भेजने वाला कोई और नहीं बल्कि विवादित धर्मगुरु चंद्रास्वामी था। लंदन जाकर हर्षवर्धन ने उसके संपर्कों से मिलकर कई शेल कंपनीज बनाई, जिनका इस्तेमाल हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग में किया गया... सूत्रों के मुताबिक चंद्रास्वामी ने फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन की मुलाकात दुबई के हथियार डीलर अदनान खगोशी और हैदराबाद मूल के एहसान अली सैयद से कराई थी। एहसान अली अब तुर्की की नागरिकता ले चुका है और ‘Western Advisory Group’ नाम की कंपनी के ज़रिए स्विट्ज़रलैंड और बहरीन में नेटवर्क चला रहा है... अब एजेंसियां इस पूरे रैकेट के पीछे की साज़िश और मनी ट्रेल खंगालने में जुट गई हैं।