Inder Jaisinghani Success Story: देश के ज्यादातर अरबपतियों की कहानी मिडिल क्लास फैमिली से शुरू होकर आज लाखों करोड़ की कंपनी और नेटवर्थ पर पहुंच गई है. इस मुकाम पर पहुंचने के लिए इन लोगों ने बड़े सपने देखने के साथ ही कड़ी मेहनत की. अंबानी से लेकर अडानी तक और शिव नादर से लेकर अनिल अग्रवाल तक ने अपने जीवन की शुरुआत संघर्षों में की. संघर्षों के दम पर इन लोगों ने अपना अलग मुकाम बनाया है.
इन अरबपतियों में से ऐसे ही अरबपति की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं. यह कहानी है इंदर जयसिंघानी (Inder Jaisinghani) की. इंदर की कहानी मुंबई की साधारण गली लोहार चॉल से शुरू होकर अरबों के साम्राज्य तक पहुंच गई है. मामूली परिवार में जन्मे इंदर की जिंदगी उनके पिता की मौत के बाद एकदम बदल गई.
15 साल की उम्र में स्कूल छोड़कर (1968) उन्होंने अपने फैमिली के छोटे से इलेक्ट्रिकल बिजनेस को संभाला. इस दौरान उन्होंने अपने बड़े भाई गिरधारी की मदद की. फैमिली बिजनेस को संभालना ही उनकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट बन गया. स्कूल नहीं जा पाने के बावजूद इंदर ने अपनी समझ से बिजनेस को आगे बढ़ाया.
1980 के दशक में उनकी मेहनत और कस्टमर की बदलती जरूरत को समझने की कला ने उन्हें कामयाबी की सीढ़ी चढ़ने में मदद की. इसी समय उनका छोटा सा काम धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगा. इंदर जयसिंघानी ने 1986 में भाइयों के साथ ट्रेडिंग फर्म की शुरुआत की. पहले वह कमीशन बेस पर दूसरी कंपनियों का माल बाजार में सप्लाई करते थे.
जनवरी 1996 में पॉलीकैब इंडिया का मुंबई हेड ऑफिस शुरू हुआ. दिसंबर 1997 में उन्हें कंपनी का चेयरमैन और डायरेक्टर नियुक्त किया गया. उनके नेतृत्व में कंपनी ने सिर्फ तार-केबल से आगे बढ़कर इलेक्ट्रिकल सामान बनाने शुरू किए. 2019 में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बनकर उन्होंने पंखे, लाइट, स्विच और स्मार्ट होम सिस्टम जैसे नए क्षेत्रों में कदम रखा.
इंदर जयसिंघानी के पिता ने पॉलीकैब की नींव 1964 में सिंध इलेक्ट्रिक स्टोर्स के रूप में रखी थी. 1983 में पॉलीकैब इंडस्ट्रीज को रजिस्टर कराया गया और 1996 में पॉलीकैब वायर लॉन्च हुआ. 2000 के दशक में कंपनी की तरफ से पीवीसी पावर केबल, टेलीफोन वायर जैसे प्रोडक्ट अपनी रेंज में जोड़े.
इसके बाद 2010 के दशक में पॉलीकैब का कारोबार तेजी से आगे बढ़ा. इस समय कंपनी ने एलईडी लाइट, स्विच, पंखे और एमसीबी जैसे फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स (FMEG) लॉन्च किये. साल 2016 में ट्रैफिगुरा के साथ मिलकर कॉपर रॉड प्लांट बनाया. साल 2020 में स्मार्ट होम सॉल्यूशन 'पॉलीकैब HOHM' शुरू हुआ.
साल 2024 में पॉलीकैब की मार्केट वैल्यू एक लाख करोड़ के पार चली गई. मुंबई की छोटी सी दुकान से शुरू हुआ यह बिजनेस आज देश की सबसे बड़ी केबल निर्माता कंपनी बन गई है. कंपनी के आगे बढ़ने के साथ उनकी नेटवर्थ में भी इजाफा हुआ है.
साल 2021 में उनकी नेटवर्थ 3.4 अरब डॉलर थी. 2024 में यह बढ़कर 8.6 अरब डॉलर पर पहुंच गई. लोहार चॉल से अरबपति बनने तक का सफर इंदर जयसिंघानी का कम संघर्षभरा नहीं रहा. उन्होंने अपनी मेहनत और समझदारी के दम पर लाखों करोड़ के बिजनेस को खड़ा किया. आज वह एक लाख करोड़ की कंपनी के मालिक हैं.
कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 1,02,048 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी का शेयर शुक्रवार को गिरावट के साथ 6780.35 रुपये पर कारोबार कर रहा है. इसका 52 हफ्ते का हाई लेवल 7,607 रुपये है.
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