Bill Gates lakefront mansion Xanadu: माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स की गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती हैं. एक पॉडकास्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए थे. बच्चों को प्रॉपर्टी देने से जुड़ा सवाल हो या उनकी बहुचर्चित झील किनारे बनी हवेली जो हमेशा सुर्खियों में रहती है, उस पर भी उन्होंने बेबाकी से बात की थी. आखिर क्यों वो प्रॉपर्टी सुर्खियों में रहती है और वो क्यों इसे बेचने के बारे में सोच भी नहीं सकते? इसका राज इस हवेली की तस्वीरों में छिपा है.
70 साल की उम्र में भी, बिल गेट्स अपनी मशहूर लेक वाशिंगटन स्थित हवेली, ज़ानाडू 2.0 का साइज कम करने यानी उसके इंटीरियर में काट-छांट कराने (रिनोवेशन) कराने में जरा सी भी दिलचस्पी नहीं रखते हैं. तलाकशुदा होने और घर पर बच्चों के बिना रहने के बावजूद, माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक का कहना है कि वह उस घर से एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं जिसे बनाने में उन्होंने सालों लगाए हैं.
बिल गेट्स इस झील वाली हवेली को महज एक शाही घर नहीं मानते, वो उसे पुरानी यादों और उस समय के तकनीकी नवाचार और पारिवारिक विरासत से भरी एक निजी जगह के रूप में देखते हैं. इसलिए वो इस हवेली में जरा सा भी बदलाव नहीं करना चाहते हैं. साइज छोटा करना तो दूर उन्हें इसकी इंटीरियर बदलने में भी दिलचस्पी नहीं है.
130 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की, 66,000 वर्ग फुट की ये लक्जरी हाउसिंग प्रॉपर्टी गेट्स की लाइफस्टाइल, उनकी वैल्यूज और आराम और सुकून भरी जिंदगी जीने की ललक के साथ प्रकृति से नजदीकी और कुछ चीजों में गोपनीयता बनाए रखने की उनकी दिलचस्पी, प्रेम और पृवत्ति को बखूबी दर्शाती है.
द टाइम्स यूके के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनके बच्चे अभी भी अक्सर लौटते हैं, जिससे यह जगह उनकी केंद्रीय पारिवारिक स्थान बन चुकी है. उनकी ये पसंद आधुनिक विलासिता का एक अलग दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए, अतिसूक्ष्मवाद की ओर अपना झुकाव दिखाती है.
1988 में सिर्फ़ 20 लाख डॉलर में खरीदे गए इस घर को गेट्स ने तकनीकी और वास्तुशिल्प के चमत्कार में बदलने में 7 सालों में अनुमानित 6.3 करोड़ डॉलर खर्च किए. आज, ज़ानाडू 2.0 की कीमत 13 करोड़ डॉलर से ज़्यादा है.
66,000 वर्ग फुट में फैला यह विशाल घर सिर्फ़ विशाल ही नहीं है; यह शांति, स्थिरता और निर्बाध डिजिटल एकीकरण का एक ख़ास अनुभव भी है. पहाड़ी पर बना यह एस्टेट एक धरती पर खास लोगों के लिए बना एक आकर्षक डिज़ाइन है. इस मेंशन में स्विमिंग पुल के साथ 2,500 वर्ग फुट का फिटनेस सेंटर, जिसमें सौना, स्टीम रूम और 20 फुट का ट्रैम्पोलिन रूम भी बना है.
2,300 वर्ग फुट का रिसेप्शन हॉल जिसमें 200 मेहमान बैठ सकते हैं, जिसमें 22 फुट की वीडियो स्क्रीन भी है. 2,100 वर्ग फुट का एक निजी पुस्तकालय, जिसमें लियोनार्डो दा विंची द्वारा निर्मित 30.8 मिलियन डॉलर का कोडेक्स लीसेस्टर मौजूद है.
जब ये मेंशन खरीदा गया था उस वक्त की पिक्चर देखिए.
अपनी पारिवारिक संपत्ति से भावनात्मक जुड़ाव को वो इसकी वजह मानते हैं. जहां कई अरबपति व्यावहारिकता के लिए अपनी संपत्ति कम कर लेते हैं, वहीं गेट्स ज़ानाडू 2.0 को अपनी व्यक्तिगत और पारिवारिक पहचान का हिस्सा मानते हैं. ऐसे में वो इसे बेचने के बारे में सोच भी नहीं सकते.
उन्होंने कहा कि उनके बच्चे अक्सर उनसे मिलने आते हैं, और यह घर उनके लिए एक जाना-पहचाना मिलन स्थल है. 2021 में तलाक के बाद बीते 4 सालों से लगातार कहा जा रहा था कि वह अपनी ये प्रॉपर्टी बेच देंगे, इसलिए ये हवेली चार सालों से लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, लेकिन गेट्स इसे अपने पास रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वो कहते हैं मेरे बच्चे यहां वापस आना पसंद करते हैं; यह उनके लिए भी एक विलासिता है, इसलिए मैं इसे कभी नहीं बेचूंगा. ये मेरे अतीत की सबसे खुशनुमां यादों से जुड़ा है, इसलिए इसे मैं अपने से दूर नहीं करूंगा.
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