Islamic Center: साउथ लेक्स इस्लामिक सेंटर (SLIC) की योजना साल 2021 में बारो के फर्नेस जनरल अस्पताल में कार्यरत 11 मुस्लिम डॉक्टरों ने बनाई थी. उनका कहना था कि इलाके में धार्मिक गतिविधियों के लिए कोई सुविधा नहीं है और नजदीकी मस्जिद 77 किलोमीटर दूर लैंकेस्टर में है.
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South Lakes Islamic Centre: ब्रिटेन के लेक डिस्ट्रिक्ट क्षेत्र के डाल्टन-इन-फर्नेस कस्बे में 25 करोड़ रुपये की लागत से एक तीन मंजिला इस्लामिक सेंटर बनाए जाने का विरोध रहा है. इस्लामिक सेंटर बनाए जाने के फैसले ने स्थानीय निवासियों में भारी असंतोष पैदा कर दिया है. मेगा मस्जिद प्रोजेक्ट (साउथ लेक्स इस्लामिक सेंटर) के विरोध की सबसे बड़ी वजह यहां की कम मुस्लिम आबादी है. दरअसल, डाल्टन-इन-फर्नेस कस्बे की जनसंख्या 7500 है, जिसमें मुस्लिमों की संख्या सिर्फ 11 है.
इस्लामिक सेंटर को लेकर दो धड़े आमने-सामने
डाल्टन-इन-फर्नेस कस्बे में इस्लामिक सेंटर बनाए जाने का विरोध तो हो रहा है, लेकिन कुछ लोग इसके समर्थन में भी आ गए हैं और लोग दो धड़ों में बंट चुके हैं. मस्जिद के समर्थक इसे धार्मिक स्वतंत्रता का प्रतीक बता रहे हैं तो विरोध में खड़े लोग इसे 'इलाके की पहचान और संस्कृति पर खतरा’ मान रहे हैं. मेगा मस्जिद का विरोध कर रहे स्थानीय नागरिकों में खात तौर पर महिलाएं और व्यापारी शामिल हैं. उनका कहना है कि कस्बे में मुस्लिमों की आबादी सिर्फ 11 है और ऐसे में इतने बड़े इस्लामिक सेंटर की जरूरत नहीं है. उनको इस बात का डर सता रहा है कि इससे अवैध प्रवासियों और अपराध में इजाफा है. इसके साथ ही सांस्कृतिक पहचान पर असर पड़ेगा.
मेगा मस्जिद प्रोजेक्ट के खिलाफ आज होने जा रहा बड़ा आंदोलन
इस मेगा इस्लामिक सेंटर का विरोध कर रहे लोगों ने शुक्रवार को बड़े विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है. इस दौरान हालात बिगड़ने और इलाके में टकराव की संभावना बढ़ गई है. हालात को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है. यह मामला अब धार्मिक विवाद से आगे बढ़ गया है और ब्रिटेन में सांस्कृतिक पहचान और आप्रवास पर बहस का प्रतीक बनता जा रहा है.
मेगा इस्लामिक सेंटर बनाने की क्यों पड़ी जरूरत?
साउथ लेक्स इस्लामिक सेंटर (SLIC) की योजना साल 2021 में बारो के फर्नेस जनरल अस्पताल में कार्यरत 11 मुस्लिम डॉक्टरों ने बनाई थी. उनका कहना था कि इलाके में धार्मिक गतिविधियों के लिए कोई सुविधा नहीं है और नजदीकी मस्जिद 77 किलोमीटर दूर लैंकेस्टर में है. उन्होंने बताया कि अस्पताल के पास मस्जिद बनाने की योजना थी, लेकिन अस्पताल के पास जमीन न मिलने पर डाल्टन-इन-फर्नेस कस्बे को विकल्प के रूप में चुना गया, जो अस्पताल से 7 किमी दूर है.
1000 वर्गमीटर में बनेगा तीन मंजिला इस्लामिक सेंटर
डाल्टन-इन-फर्नेस कस्बे में बनाया जाने वाला यह इस्लामिक सेंटर तीन मंजिला होगा, जो 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बन रहा है. इस मस्जिद में ग्राउंड फ्लोर पर सामुदायिक हॉल, फर्स्ट फ्लोर पर प्रार्थना स्थल, दूसरे फ्लोर पर कार्यालय और छत पर एक शांत गार्डन होगा. इसकी फंडिंग एसएलआईसी नामक चैरिटी द्वारा की जा रही है. बता दें कि दिसंबर 2021 में ही इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन स्थानीय विरोध की वजह से काम शुरू होने में 3 साल का समय लग गया और साल 2024 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. इस मामले में एसएलआईसी का कहना है कि हम इन चुनौतियों का समाधान शांतिपूर्वक करना चाहते हैं.