भारत को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की अपने यहां ही ठन गई, इस विभाग ने कह दी एकदम उलट बात
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भारत को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की अपने यहां ही ठन गई, इस विभाग ने कह दी एकदम उलट बात

Donald Trump: ट्रंप ने कहा कि जब तक यह मामला सुलझता नहीं तब तक बातचीत नहीं होगी. मगर दूसरी तरफ उनके ही विदेश विभाग ने कुछ और बात कही है.

भारत को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की अपने यहां ही ठन गई, इस विभाग ने कह दी एकदम उलट बात

India-US Tariff Issue: भारत पर कुल पचास प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप अभी भी नरम नहीं हुए हैं. लेकिन इन सबके बीच एक चीज सामने आ गई है. वहां भारत को लेकर दो अलग-अलग सुर सामने आए हैं. एक तरफ ट्रंप ने टैरिफ के मसले पर कहा कि जब तक यह विवाद नहीं सुलझता तब तक भारत से कोई व्यापार वार्ता नहीं होगी. दूसरी तरफ ट्रंप के ही विदेश विभाग ने भारत को लेकर कुछ अलग कहा है. विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत अमेरिका का रणनीतिक साझेदार है और उसके साथ पूर्ण और स्पष्ट संवाद जारी रहेगा. ऐसा कैसे हो गया.

दोनों के बयान कितने अलग?
असल में ट्रंप प्रशासन ने भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ा दिया. इसके पीछे भारत द्वारा रूसी तेल के आयात को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए असाधारण खतरा बताया गया है. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस को जवाब देते हुए कहा कि जब तक यह मामला सुलझता नहीं तब तक बातचीत नहीं होगी. मगर दूसरी तरफ उनके ही विदेश विभाग ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के भारत के साथ व्यापार असंतुलन और रूसी तेल खरीद को लेकर वास्तविक चिंताएं हैं. इन्हें सीधे संवाद से ही हल किया जाएगा.

ट्रंप गरम नजर आ रहे

ऐसे में इन बयानों से क्लियर है कि ट्रंप गरम नजर आ रहे हैं जबकि उनके विभाग अभी भी संवाद से बातचीत जो सुलझाने में लगे हैं. उधर भारत ने भी कड़ा संदेश दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एम एस स्वामीनाथन जन्म शताब्दी सम्मेलन में कहा कि भारत अपने किसानों-मछुआरों और डेयरी उत्पादकों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा. 

'भारत इसके लिए तैयार'
उन्होंने कहा कि हमें इसकी कीमत चुकानी पड़े तो भी भारत इसके लिए तैयार है. भारत पहले से ही कृषि और डेयरी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए खोलने के विरोध में रहा है. एक तरफ ट्रंप प्रशासन आर्थिक दबाव बनाकर भारत को नीतियों में बदलाव के लिए मजबूर करना चाहता है. वहीं भारत आत्मनिर्भरता और घरेलू हितों की रक्षा को प्राथमिकता दे रहा है.

दोनों देशों का अगला कदम जो भी हो लेकिन भारत को लेकर अमेरिका के भीतर ही मतभेद हैं. एक तरफ ट्रंप का सख्त रुख है दूसरी ओर विदेश विभाग भारत को संवाद से जोड़कर चलने की बात कह रहा है. भारत हमेशा से ही संवाद के जरिए मामलों को सुलझाने की बात करता रहा है और आगे भी यही उम्मीद कर रहा है. देखना होगा कि दोनों देशों में बातचीत कैसे आगे बढ़ेगी.

FAQ:
Q1:
भारत को लेकर ट्रंप ने क्या बयान दिया है
Ans: ट्रंप ने कहा है कि जब तक टैरिफ विवाद नहीं सुलझता तब तक भारत से कोई व्यापार वार्ता नहीं होगी.

Q2: अमेरिका ने भारत पर कितनी टैरिफ दर बढ़ाई है
Ans: अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर कुल 50% टैरिफ लगाने का आदेश जारी किया है.

Q3: अमेरिकी विदेश विभाग का भारत को लेकर क्या रुख है?
Ans: विदेश विभाग ने भारत को रणनीतिक साझेदार बताया है और संवाद जारी रखने की बात कही है.

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गौरव पांडेय

देश-दुनिया-खेल की खबरों के विद्यार्थी हैं. राजनीतिक रुझानों पर ध्यान रखते हैं. तेज ब्रेकिंग करते हैं. विश्लेषण करने में एक्सपर्ट हैं.

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