Hathras Stampede: भगदड़ न हो, इसके लिए क्या करें? रिसर्च में सामने आए ये 5 पॉइंट्स
Advertisement
trendingNow12318483

Hathras Stampede: भगदड़ न हो, इसके लिए क्या करें? रिसर्च में सामने आए ये 5 पॉइंट्स

Hathras Stampede: IIM ने एक रिसर्च की थी जिसमें भगदड़ न हो इसके लिए कुछ पॉइंट्स बताए गए थे. इन्हें फॉलो किया जाए तो भगदड़ होने से रोकी जा सकती है. आइए, जानते हैं IIM की रिसर्च में सामने आए 5 पॉइंट्स.

Hathras Stampede: भगदड़ न हो, इसके लिए क्या करें? रिसर्च में सामने आए ये 5 पॉइंट्स

नई दिल्ली: Hathras Stampede: हाथरस में भगदड़ मचने के कारण कई लोगों की जान चली गई है. साथ ही सैंकड़ों लोग घायल हुए हैं. यह पहली बार नहीं है जब ऐसी घटना सामने आई है. पहले भी भारत में धार्मिक स्थलों पर भगदड़ मच चुकी है, कई लोगों की जान जा चुकी है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि भगदड़ कैसे रोकी जा सकती है. इस पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) की एक रिसर्च हुई है. 

  1. IIM की रिसर्च में बताये उपाय
  2. इमरजेंसी गेट होना चाहिए

ये करके भगदड़ से बचा जा सकता है

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की रिसर्च से निकले निष्कर्षों के आधार पर ये 5 उपाय अपनाकर भगदड़ से बचा जा सकता है.

1. VIP को रोकना चाहिए: यदि प्रशासन को ये लगता है भीड़भाड़ वाले स्थानों पर VIP के आने से दिक्कतें होती हैं, तो उन्हें रोकना चाहिए. उनके आने से बैरिकेडिंग की जाती है, इससे लोगों को परेशानी होती है. 

2. इलेक्ट्रोनिक सामान: बिजली के उपकरणों और सामान को स्थल से दूर रखना चाहिए. कई बार करंट लगने या शोर्ट सर्किट होने से बभी भगदड़ मच जाती है. इसलिए जरूर है कि जहां पर लोग खड़े हों या चल रहे हों वहां पर बिजली उपकरण न रखें जाएं.

3. सार्वजनिक परिवहन सेवा: पहले ये भी देखना चाहिए कि उक्त स्थान पर पार्किंग स्थल की कितनी जरूरत है. ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था का भी ध्यान रखें. पैदल चलने वाले लोगों के लिए सही मार्ग का चुनाव करें. पहले से ही ये प्लान तैयार रखें.

4. इमरजेंसी गेट: जिन स्थलों पर भीड़ हो, वहां पर एक इमरजेंसी गेट का होना भी आवश्यक है. ताकि भगदड़ मचने पर इसका इस्तेमाल किया जाए. अक्सर इमरजेंसी गेट न होने के कारण आग लगने या भगदड़ मचने की स्थिति में लोग निकल नहीं पाते हैं.

5. मेडिकल फेसिलिटी: भीड़भाड़ वाले आयोजन में मेडिकल फेसिलिटी रखें. फर्स्ट एड से लेकर अन्य आवश्यक दवाएं भी रखें. मुमकिन हो तो एंबुलेंस की व्यवस्था भी रखें. किसी अनहोनी के समय पर आपको मेडिकल फेसिलिटीज की जरूरत पड़ सकती है.

ये भी पढ़ें- 18 साल पुलिस की नौकरी, दावा भगवान से साक्षात्कार का, जानें कौन हैं स्वयंभू संत भोले बाबा, जिनके सत्संग में मची भगदड़

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

Trending news

;