अब नहीं सोचेगी इंडियन एयरफोर्स! 100-200 नहीं 400 प्लस फाइटर जेट लाने की बड़ी तैयारी, 5th जेनरेशन भी शामिल
Advertisement
trendingNow12861441

अब नहीं सोचेगी इंडियन एयरफोर्स! 100-200 नहीं 400 प्लस फाइटर जेट लाने की बड़ी तैयारी, 5th जेनरेशन भी शामिल

IAF 400 Plus Fighter Jets: भारतीय वायुसेना की वर्तमान स्क्वाड्रन क्षमता 31 है, जो स्वीकृत 42 से काफी कम है. एक स्क्वाड्रन में 18 जेट होते हैं. वहीं, यह स्क्वाड्रन पहले से ही कम है और ऊपर से यह अंतर 2035 तक और बढ़ जाएगा. इसलिए ऐसे में इंडियन एयरफोर्स के लिए नए विमानों की बड़ी तैयारी है.

अब नहीं सोचेगी इंडियन एयरफोर्स! 100-200 नहीं 400 प्लस फाइटर जेट लाने की बड़ी तैयारी, 5th जेनरेशन भी शामिल

Indian Air Force News: भारतीय वायु सेना (IAF) को अब सोचना नहीं पड़ेगा. वह बिना पीछे मुडकर अपनी क्षमता को भारी रूप से बढ़ते हुए देखने वाली है. इंडियन एयरफोर्स अपने लड़ाकू बेड़े में व्यापक बदलाव के लिए तैयार है. जहां इन दिनों वायुसेना के पास फाइटर जेट की कमी की खबरें हर जगह हैं, लेकिन मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि 2035 तक IAF को 350 नए एडवांस विमान मिल सकते हैं. इनमें 60 पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान भी होंगे. साथ ही इनमें 110 मल्टी रोल लड़ाकू विमान (MRFA), 120 तेजस MkII और 160 एडवांस मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) शामिल हैं.

idrw की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया, 'रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा समर्थित इस महत्वाकांक्षी अधिग्रहण रणनीति का उद्देश्य जगुआर, मिग-29 और मिराज-2000 सहित लगभग 150 पुराने जेट विमानों को बदलना है, साथ ही चीन और पाकिस्तान से क्षेत्रीय खतरों का मुकाबला करने के लिए IAF की परिचालन शक्ति और तत्परता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाना है. आत्मनिर्भर भारत पहल के साथ संरेखित यह आधुनिकीकरण अभियान, एडवांस क्षमताओं और हाई परिचालन उपलब्धता के साथ एक निकट-भविष्य के लड़ाकू बेड़े को सुनिश्चित करेगा.

IAF के पास अभी कितने जेट?
भारतीय वायुसेना की वर्तमान स्क्वाड्रन क्षमता 31 है, जो स्वीकृत 42 से काफी कम है. एक स्क्वाड्रन में 18 जेट होते हैं. वहीं, यह स्क्वाड्रन पहले से ही कम है और ऊपर से यह अंतर 2035 तक और बढ़ जाएगा, क्योंकि जगुआर (120 विमान), मिग-29 (66 विमान) और मिराज-2000 (50 विमान) जैसे विमान भी सेवानिवृत्ति की ओर बढ़ जाएंगे. इसे संबोधित करने के लिए, भारतीय वायुसेना ने एक बहुआयामी अधिग्रहण योजना का प्रस्ताव दिया है, जिसमें रक्षा मंत्रालय विरोधियों की बढ़ती क्षमताओं का मुकाबला करने के लिए बेड़े का विस्तार करने के लिए तेजी से काम कर रहा है. 

विशेष रूप से यह भी ध्यान में रखा गया है कि चीन के 200 से अधिक जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमान और दिसंबर 2025 तक पाकिस्तान के 40 जे-35 पांचवीं पीढ़ी के जेट विमानों की संभावित योजना है. 

2025 तक क्या बदलेगा?
2035 तक भारतीय वायुसेना लगभग 150 पुराने जेट विमानों को सेवानिवृत्त करने की योजना बना रही है, जिनमें जगुआर, मिग-29 और मिराज-2000 शामिल हैं, जिनकी सेवा अवधि समाप्त होने वाली है. इन विमानों को वर्षों से एडवांस किया जाता है, लेकिन इनमें चीन के जे-20 और पाकिस्तान के उभरते जे-35 जैसे आधुनिक खतरों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक उन्नत स्टील्थ, सेंसर फ्यूजन और नेटवर्क युद्ध क्षमताओं का अभाव है. नए प्लेटफार्मों के शामिल होने के साथ-साथ इन्हें चरणबद्ध तरीके से सेवानिवृत्त किया जाएगा, ताकि कोई परिचालन अंतराल न रहे. 

नए जेट कौनसे होंगे?
350 नए जेट विमानों में 60 पांचवीं पीढ़ी के, 110 राफेल, 100 तेजस MkII, और साथ ही 73+97 तेजस Mk1A का ऑर्डर पहले ही मिल चुका है. यह भारतीय वायुसेना को 2035 तक एक निकट-भविष्यवादी बल में बदल देगा. वहीं, एंडवांस एवियोनिक्स, AESA रडार और मेटियोर (राफेल) और एस्ट्रा Mk3 (तेजस/AMCA) जैसे लंबी दूरी के हथियारों से लैस ये प्लेटफॉर्म, पुराने बेड़े की तुलना में बेहतर परिचालन उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे. 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

About the Author
author img
नितिन अरोड़ा

लिखने के शौकीन हैं, पिछले 6 सालों से अधिक समय से मीडिया के कई अलग-अलग संस्थानों में काम कर चुके हैं और फिलहाल Zee News की डिजिटल टीम का हिस्सा हैं. यहां जनरल न्यूज व नेशनल, इंटरनेशनल खबरों पर एक्सप...और पढ़ें

TAGS

Trending news

;