Gaza में हुई जंग तो तेल अवीव में होगा धुआं-धुआं; हूतियों की वॉर्निंग
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Gaza में हुई जंग तो तेल अवीव में होगा धुआं-धुआं; हूतियों की वॉर्निंग

Gaza News: अगर गाजा पर हमला हुआ तो तेल अवीव के लिए अच्छा नहीं होगा. यह कहना है हूति विद्रोही ग्रुप का. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.

Gaza में हुई जंग तो तेल अवीव में होगा धुआं-धुआं; हूतियों की वॉर्निंग

Gaza News: यमन के विद्रोही ग्रुप हूति के चीफ ने इजरायली शासन को चेतावनी दी कि अगर लड़ाई फिर से शुरू हुई तो इजरायली कब्जे वाले इलाकों, खास तौर पर तेल अवीव को निशाना बनाकर जवाबी हमले किए जाएंगे. अब्दुल-मलिक अल-हूति ने यह कमेंट मुसलमानों के पाक महीने रमजान की पहली रात को शनिवार देर रात यमन की राजधानी सना से टेलीकास्ट एक टीवी प्रोग्राम के दौरान किया.

टीवी पर क्या बोले अब्दुल-मलिक अल-हूति?

प्रेस टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, "हम फिलिस्तीनी लोगों और विभिन्न प्रतिरोध समूहों, खास तौर पर क़स्साम ब्रिगेड - हमास की सैन्य शाखा के लड़ाकों को समर्थन देने के अपने दृढ़ रुख के साथ-साथ अपनी धार्मिक, मानवीय और नैतिक प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं."

यमन रख रहा है सीजफायर डील पर नजर

अंसारुल्लाह चीफ ने कहा कि यमन गाजा सीजफायर समझौते के तहत अपने दायित्वों से बचने और कैदियों की रिहाई पर नाजुक सीजफायर के दूसरे फेज की जरूरतों से बचने के इजरायल की कोशिशों पर बारीकी से नजर रख रहा है.

तेल अवीव होगा मेन टारगेट

हूति ने इस बात पर जोर दिया कि अगर इजरायल ने गाजा पर दोबारा हमले शुरू किए तो ज़ायोनी दुश्मन का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा और तेल अवीव इसका मेन टारगेट होगा. उन्होंने कहा कि अगर तेल अवीव शासन ने घेरे गए तटीय क्षेत्र के खिलाफ अपना खूनी हमला फिर से शुरू किया तो यमनी सेना गाजा के समर्थन में अलग-अलग सैन्य मोर्चों पर हस्तक्षेप करेगी.

यह कमेंट इजरायली प्रसारण प्राधिकरण की उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि अगर सीजफायर को बढ़ाने के लिए कोई समझौता नहीं हुआ तो इजरायली सेना गाजा पट्टी में युद्ध फिर से शुरू करने की तैयारी कर रही है.

इजराइल के पास हैं दो ऑप्शन

एक वरिष्ठ इज़रायली सुरक्षा सूत्र का हवाला देते हुए इसमें कहा गया है, "गाजा में शांति स्थापित करने के लिए सक्रिय समझौते की जरूरत है; वरना, केवल दो ही विकल्प हैं - कैदियों की रिहाई या युद्ध."

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