जुल्म की जंजीरों में कैद गाजा; इजराइल के हमलों में 232 पत्रकारों की मौत
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जुल्म की जंजीरों में कैद गाजा; इजराइल के हमलों में 232 पत्रकारों की मौत

Israel attack on Gaza: बीते दो सालों से इजराइली फौज लगातार गाजा में बेगुनाह फिलिस्तीनियों प हमले कर रही है. इन हमलों में एब तक 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मृतक और प्रभावितों में सबसे ज्यादा बच्चे और औरतें हैं. जबकि यहूदी फौज के हमलों में सैकड़ों पत्रकारों की भी मौत हो गई है. 

 

जुल्म की जंजीरों में कैद गाजा; इजराइल के हमलों में 232 पत्रकारों की मौत

Israel kills Journalists in Gaza: गाजा पट्टी में इजराइली सेना लगातार उत्पात मचा रही है, वह न सिर्फ बेगुनाह फिलिस्तीनियों का कत्ल कर रही है बल्कि उनकी क्रूरता को दुनिया के सामना उजागर करने वाले पत्रकारों को भी मार रही है. 17 अक्टूबर 2023 से जारी इजरायली हमलों में अब तक 232 पत्रकारों की मौत हो चुकी है. यह जानकारी स्थानीय सरकारी मीडिया कार्यालय ने दी है. 

फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि हाल ही में पत्रकार और फोटोजर्नलिस्ट आदम अबु हर बिद की मौत के बाद यह संख्या 232 तक पहुंच गई है. आदम अबु हर बिद गाजा शहर में एक इजरायली हवाई हमले में मारे गए. वह कई मीडिया संस्थानों के साथ काम करते थे और दुनिया के सामने इजारइली जुल्म और निरंकुशता को पेश किया. जिससे इजराइल की पूरी दुनिया में किरकिरी हुई.

इजराइली हमलों में पत्रकार की मौत

मीडिया कार्यालय के मुताबिक, आदम अबु हर बिद की मौत उस समय हुई, जब वह अपने तीन रिश्तेदारों के साथ अल-यरमुक मार्केट के पास तंबू में थे. इसी दौरान इजराइली फौज ने हेलीकॉप्टर से हमला कर दिया, जिसमें आदम अबु हर बिद और उनके तीन रिश्तेदारों की दर्दनाक मौत हो गई. इस हमले में उनकी बीवी और बच्चे भी घायल हुए हैं.

सरकारी मीडिया कार्यालय ने इजरायल की तरफ से पत्रकारों को जान-बूझकर निशाना बनाने की कड़ी निंदा की है और अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों से इस मुद्दे पर आवाज उठाने का आह्वान किया है. बयान में कहा गया है कि इजरायली कब्जे के अलावा अमेरिकी प्रशासन और ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस जैसे देशों को भी इन जालिमाना जुल्म के लिए जिम्मेदार माना जाना चाहिए.

59 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत

बता दें, इजराइल 7 अक्टूबर 2023 से लगातार फिलिस्तीन के बेगुनाहों पर जमीनी और हवाई हमले कर रहा है. इन हमलों में अब तक 59 हजार 500 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, इसमें बड़ी संख्या औरतों और बच्चों की है. इस बर्बर हमले ने गाजा के बुनियादी ढांचे को तबाह कर दिया है, स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह नष्ट कर दिया है और भारी पैमाने पर अकाल और उहापोह की स्थिति पैदा कर दी है.

अंतरराष्ट्रीय फौजदारी न्यायालय ने नवंबर में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री यूओ गिलेंट के खिलाफ जंगी जुर्म और मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे. इजरायल को अब विश्व न्यायालय में भी नरसंहार के मामले का सामना करना पड़ रहा है.

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